धर्मनगरी में प्रशासन द्वारा बरती जा रही सख्ती
वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रप्रकाश मिश्रा ने भी ट्वीट किया है कि शायद माई की नगरी पूरे प्रदेश में सबसे अधिक संक्रमित है तभी यहां प्रशासन द्वारा सर्वाधिक शक्ति बढ़ती जा रही है और मध्यमवर्गीय लोगों को भुखमरी की कगार पर झोंक दिया गया है तथा बीते दिवस रैपिड टेस्ट में पॉजीटिव आए सभी छह लोगों को पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट किया गया है तथा इनकी जांच सिम्स रायपुर भेजी गई है। अब प्रशासन इनकी रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है, यदि रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो माई की नगरी के लोग फिर प्रशासन की गलतियों के शिकार होंगे और सजा भुगतेंगे।
वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रप्रकाश मिश्रा ने भी ट्वीट किया है कि शायद माई की नगरी पूरे प्रदेश में सबसे अधिक संक्रमित है तभी यहां प्रशासन द्वारा सर्वाधिक शक्ति बढ़ती जा रही है और मध्यमवर्गीय लोगों को भुखमरी की कगार पर झोंक दिया गया है तथा बीते दिवस रैपिड टेस्ट में पॉजीटिव आए सभी छह लोगों को पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट किया गया है तथा इनकी जांच सिम्स रायपुर भेजी गई है। अब प्रशासन इनकी रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है, यदि रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो माई की नगरी के लोग फिर प्रशासन की गलतियों के शिकार होंगे और सजा भुगतेंगे।
रैपिड टेस्ट में पॉजीटिव पाने वाले के निवास सील
इसके पूर्व भी पॉजीटिव पाया गया ड्राइवर डिप्टी कलेक्टर को लेकर माह भर तक बाघनदी बॉर्डर में था। अच्छे डीलडॉल वाले ड्राइवर ने अपने परिजनों को भी संक्रमित कर दिया। जिसके चलते नगर में पहले चार तथा अब छह अन्य कर्मचारी पॉजीटिव आने की संभावना है। इसके साथ ही इनके परिजन भी संक्रमित पाए जा सकते हैं जिसे लेकर शासन प्रशासन ने वर्तमान में रैपिड टेस्ट में पॉजीटिव पाए गए सभी ६ कर्मचारियों के निवास को सील कर दिया है तथा उनके परिजनों को घर पर ही आइसोलेट कर किया गया है। शनिवार दोपहर तक इन सभी छह लोगों की रिपोर्ट आने की संभावना है यदि इसमें एक भी पॉजीटिव पाया गया तो फिर कंटेंटमेंट जोन में चला जाएगा। जबकि डोंगरगढ़ के नागरिकों की इसमें कोई त्रुटि नहीं है और सजा वे भुगत रहे हैं।
इसके पूर्व भी पॉजीटिव पाया गया ड्राइवर डिप्टी कलेक्टर को लेकर माह भर तक बाघनदी बॉर्डर में था। अच्छे डीलडॉल वाले ड्राइवर ने अपने परिजनों को भी संक्रमित कर दिया। जिसके चलते नगर में पहले चार तथा अब छह अन्य कर्मचारी पॉजीटिव आने की संभावना है। इसके साथ ही इनके परिजन भी संक्रमित पाए जा सकते हैं जिसे लेकर शासन प्रशासन ने वर्तमान में रैपिड टेस्ट में पॉजीटिव पाए गए सभी ६ कर्मचारियों के निवास को सील कर दिया है तथा उनके परिजनों को घर पर ही आइसोलेट कर किया गया है। शनिवार दोपहर तक इन सभी छह लोगों की रिपोर्ट आने की संभावना है यदि इसमें एक भी पॉजीटिव पाया गया तो फिर कंटेंटमेंट जोन में चला जाएगा। जबकि डोंगरगढ़ के नागरिकों की इसमें कोई त्रुटि नहीं है और सजा वे भुगत रहे हैं।
बधियाटोला, कालका पारा व मंदिर क्षेत्र कंटेंटमेंट से मुक्त
इस संबंध में एसडीएम अविनाश भोई ने बताया कि एक किलोमीटर के आदेश आ चुके हैं उसके अनुसार पटरी पर यानी बधियाटोला, कालकापारा व मंदिर क्षेत्र को कंटेंटमेंट से मुक्त कर दिया गया है। वहां सभी तरह की दुकानें नगर पालिका से अनुमति लेकर खोली जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए नगरपालिका को निर्देश दे दिए हैं कि एलाउंसमेंट कराकर वे पटरीपार के क्षेत्र का जनजीवन सामान्य बनाने कार्य करें। छह कर्मचारियों के बारे में उन्होंने कहा कि जब तक स्वास्थ्य विभाग इन कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजीटिव नहीं घोषित कर देता तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। शिक्षाकर्मियों ने भी अपने साथियों को पर्याप्त सुरक्षा संसाधनों के बगैर ड्यूटी करने पर विरोध करते हुए प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है किंतु ईश्वर प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया जिसकी गलती की सजा शिक्षक तो भगत ही रहे हैं कर्मचारी भी भुगत रहे हैं उनके साथ साथ नगर की जनता भी भुगतने मजबूर है।
इस संबंध में एसडीएम अविनाश भोई ने बताया कि एक किलोमीटर के आदेश आ चुके हैं उसके अनुसार पटरी पर यानी बधियाटोला, कालकापारा व मंदिर क्षेत्र को कंटेंटमेंट से मुक्त कर दिया गया है। वहां सभी तरह की दुकानें नगर पालिका से अनुमति लेकर खोली जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए नगरपालिका को निर्देश दे दिए हैं कि एलाउंसमेंट कराकर वे पटरीपार के क्षेत्र का जनजीवन सामान्य बनाने कार्य करें। छह कर्मचारियों के बारे में उन्होंने कहा कि जब तक स्वास्थ्य विभाग इन कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजीटिव नहीं घोषित कर देता तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। शिक्षाकर्मियों ने भी अपने साथियों को पर्याप्त सुरक्षा संसाधनों के बगैर ड्यूटी करने पर विरोध करते हुए प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है किंतु ईश्वर प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया जिसकी गलती की सजा शिक्षक तो भगत ही रहे हैं कर्मचारी भी भुगत रहे हैं उनके साथ साथ नगर की जनता भी भुगतने मजबूर है।