शहर के बसंतपुर थाने में एक नर्सिंग छात्रा के गुम होने की करीब 10 महीने पहले हुई रिपोर्ट की पतासाजी करने में जुटी पुलिस को इस युवती का कंकाल मिला है। पुलिस जांच में पता चला है कि इस युवती की प्रेम प्रसंग के चक्कर में हत्या कर उसकी लाश डोंगरगढ़ की पहाड़ी में फेंक दी गई थी। हत्या कर लाश पहाड़ी में फेंकने वाले युवती के प्रेमी की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर कंकाल बरामद किया गया है।
नर्सिंग ट्रेनिंग कर रही थी युवती राजनांदगांव एसपी जितेन्द्र शुक्ल ने राजनांदगांव में एसपी आफिस में पत्रकारवार्ता में बताया कि अक्टूबर 2019 को थाना बसंतपुर में एक गुम इंसान कायम किया गया था। गुम युवती सुमन पटेल उम्र 20 साल रणबीरपूर लोहारा जिला कवर्धा की रहने वाली बताई गई थी। यह युवती राजनांदगांव में नर्सिंग ट्रेनिंग करने आई हुई थी और नर्सिंग हॉस्टल में रहती थी।
युवक से था प्रेम संबंध पुलिस की तहकीकात के अनुसार इसी बीच युवती की आरोपी युवक मनोज वैष्णव उम्र 24 साल निवासी रणबीरपुर लोहारा, जिला कवर्धा से दोस्ती हुई और दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गया। गुम इंसान की पतासाजी करते हुए पुलिस को यह जानकारी मिली कि उक्त युवती का मनोज वैष्णव के साथ प्रेम प्रसंग था।
मामूली विवाद में कर दी हत्या एसपी शुक्ल ने बताया कि लगातार गुम इंसान युवती की तलाश की जा रही थी। गहन छानबीन और पूछताछ पर पता चला कि आरोपी युवक मनोज वैष्णव और युवती सुमन पटेल एक दिन घूमने डोंगरगढ़ गए हुए थे। जहां उनका कुछ विवाद हुआ। विवाद के चलते युवक ने युवती की हत्या कर दी और लाश को डोंगरगढ़ के प्रज्ञागिरी पहाड़ी पर छुपा दिया।
काल डिटेल से पकड़ाया आरोपी पुलिस के अनुसार युवक मनोज वैष्णव युवती सुमन पटेल को 6 अक्टूबर 2019 को डोंगरगढ़ घूमाने ले गया था और 7 अक्टूबर 2019 को युवती की हत्या कर दी थी। पुलिस को कॉल डिटेल और कुछ सबूत हाथ लगे थे, जिसे कड़ी दर कड़ी जोड़ते हुए आरोपी तक पहुंचने में सफलता मिली है।
पुलिस ने ऐसे जोड़ी सारी कड़ी एसपी शुक्ल ने बताया कि युवती की गुमशुदगी की फाइल के अध्ययन से पता चला कि उसका एक प्रेमी है और वह उसके साथ घटना दिनांक को डोंगरगढ़ गई थी। घटना के करीब आठ दस दिन बाद युवती के व्हाट्स-अप से उसके परिजनों को घर से बाहर चले जाने का मैसेज आया था। युवती के मोबाइल को सर्विलांस में डालने पर पता चला कि घटना दिनांक को ही उसका मोबाइल बंद हो गया था। साथ ही यह भी पता चला कि उस दिन उसके प्रेमी का मोबाइल लोकेशन भी उसी के साथ ही था। और जांच करने पर पता चला कि युवती के व्हाट्स-अप से जो मैसेज आया था, वह उसके प्रेमी के मोबाइल से भेजा गया था और युवती का सिम भी उसके प्रेमी के मोबाइल सेट में लगा था। इस आधार पर मुख्य संदिग्ध के रुप में युवक की पहचान कर पूछताछ की गई।
आखिर कबूल किया जुर्म एसपी शुक्ल ने बताया कि पुलिस की कडी़ पूछताछ के बाद युवक ने अपना जुर्म कबूल किया और घटनास्थल से युवती का कंकाल बरामद कराया। इस प्रकरण में उक्त युवक के खिलाफ धारा 302 के अलावा अन्य धाराओं के तहत जुर्म दर्ज किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को जेल भेज दिया गया है।
होगा डीएनए परीक्षण पुलिस ने बताया कि चूंकि लंबा समय बीत चुका है, ऐसे में अब युवती की वास्तविक शिनाख्ती के लिए डीएनए टेस्ट का सहारा लिया जाएगा। इसके लिए पुलिस जरूरी कार्रवाई अब करेगी।
जांच में इनकी रही भूमिका इस पूरे मामले की तहकीकात में आईजी विवेकानंद सिन्हा पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला के निर्देशन में एएसपी गोरखनाथ बघेल, सुरेशा चौबे, सीएसपी अधीक्षक मणिशंकर चंद्रा के मार्गदर्शन में प्रशिक्षु डीएसपी मयंक सिंह के नेतृत्व में टीम ने निरीक्षक राकेश साहू, एलेग्जेंडर कीरो, एसआई विजय मिश्रा, कांस्टेबल लोकेश गजभिए, रितेश कामले, सोमेश ठाकुर की भूमिका रही।
एसपी की सख्ती का दिखने लगा असर गुम इंसान कायमी के मामलों को लेकर नए पुलिस कप्तान जितेन्द्र शुक्ल के फरमान के बाद राजनांदगांव जिले के थानों में धूल खाती फाइलों पर पुलिस ने काम शुरु किया है और पिछले करीब डेढ़ महीने में इसका असर भी दिखने लगा है। पुलिस ने अब तक करीब दो सौ मामलों को ढूंढ निकाला है।