किसानों के खाते में शासन द्वारा धान के समर्थन मूल्य की खरीदी के बाद अंतर के राशि की पहली किश्त जमा की गई है। खैरागढ़ इलाके के सात समितियों में ही दस करोड़ रू. से अधिक की राशि खातों में पहुंचने के बाद लॉकडाउन में खेती किसानी में जुटे किसान नगद राशि लेने बैंकों में उमड़ रहे हैं। मंगलवार से खुले बैंकों में रोजाना यही स्थिति बन रही है। दूसरी ओर खेती किसानी का सीजन शुरू होने वाला है ऐसे में किसानों को खाद बीज सहित अन्य सामाग्री खरीदी के लिए कृषि ऋण की जरूरत है। केसीसी बनाने समितियों से खाद बीज सहित सामान लेने के लिए भी किसान बैंकों में उमड़ रहे हैं ताकि समय पर केसीसी की कार्रवाई पूरी हो सके।
रूटिन के कार्यों को लेकर आने वालों को दिक्कत बैंकों के सामने लग रही भीड़ के चलते रोजाना बैंकों में रूटिन के कार्यों को लेकर आने वाले खातेदारों को परेशानी उठानी पड़ रही है। बैंकों में अपने खाते से पैसा निकालने और जमा कराने वालों को भी भीड़ में खड़े होकर इंतजार करना पड़ रहा है जिसके कारण रूटिन के कार्य प्रभावित हो रहे हैं। अपने खाते से जमा और निकासी के लिए भी खातेदारों को लंबा समय लग रहा है। इसके अलावा चेक जमा करने, क्लीयरेंस सहित अन्य कार्य को लेकर आने वाले आम उपभोक्ता भी परेशानी उठा रहे हैं।
अंदर कर रहे व्यवस्था, बाहर उमड़ रही भीड़ बैंकों में कोरोना संक्रमण रोकने की व्यवस्था केवल बैंक के अंदर तक ही सीमित है। लगभग सभी बैंकों में सोशल डिस्टेंस मास्क सहित अन्य संसाधनों का उपयोग बैंकों के अंदर प्रवेश करने पर ही हो रहा है जबकि बैंकों के बाहर खड़े लोगों के लिए ज्यादातर बैंकों में गर्मी और धूप में ही खड़े होने की मजबूरी हैं। यहां सोशल डिस्टेंस सहित लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं बनाई जा रही है। एक दो बैंकों के सामने ही धूप से बचने पंडाल सहित अन्य व्यवस्था की गई है। बाकी जगह गर्मी और धूप में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना ग्राहकों की मजबूरी बन रही हैं।