उसकी ऐसी दशा देखकर उसका भाई रोहित यादव तुरंत रामपुर स्थित उपस्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ सुरेखा मंडावी के पास पहुंचा और साथ चलने कहा इतने में मंडावी ने कहा कि बस 5 मिनट में आ रही हूं। इसी बीच 108 के पहुंचने पर चेतन यादव को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साल्हेवारा लाया गया। डॉ. जयकिशन महोबिया ने उसे देखकर बताए लक्षणों के आधार पर हार्ट अटैक बताया और यह भी बताया कि कोरोना नहीं है न ही उसके चलते मृत्यु हुई है और शव को ले जाने कहा जहां रामपुर में उसके अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही है।
नहीं हो रही है बराबर से जांच साल्हेवारा क्षेत्र में प्रवासी हजारों की संख्या में आए हुए हैं और सभी को गांवों के स्कूल भवन में क्वारेंटाइन सेंटर बना कर रखते हैं, चेकपोस्ट में केवल एक ही स्क्रीनिंग टेस्ट मशीन है, ऐसे में क्वारेंटाइन सेंटर में ठहराए गए प्रवासियों की बराबर जांच नही हो पा रही है। पहले भी क्वारेंटाइन सेंटर में ठहरी एक गर्भवती महिला को समुचित इलाज नहीं मिलने के कारण डिलीवरी के दौरान नवजात शिशु ने दम तोड़ दिया था।