प्रो. विजय मानिकपुरी ने बताया कि समाजकार्य के विद्यार्थियों के लिए यह ऑनलाइन क्लास बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसलिए समाजकार्य के प्रथम वर्ष और अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए दिन में अलग-अलग समय का निर्धारण किया गया है। उन्होंने कहा कि समाजकार्य विभाग द्वारा राजनांदगांव जिले के विशेष संदर्भ में विभिन्न विषयों में शोध कार्य प्रस्तावित है जिसमें भवजोत सिंग गरचा द्वारा राजनादगांव के नगरपालिका में ठोस और तरल पदार्थ के प्रबंधन केंद्रों में कार्यरत श्रमिकों का अध्ययन, साधना मिश्रा द्वारा वर्षा जल के संचयन और प्रबंधन विषय पर अध्ययन, शोभित साहू द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के दिव्यांग जनों के शिक्षा के प्रति उनके पालकों की रुचि का अध्ययन, आदित्य वैष्णव द्वारा सोशल मीडिया का समाज पर प्रभाव का अध्ययन शामिल है। इसके अलावा विभाग के 20 अन्य विद्यार्थी द्वारा अलग अलग विषय पर शोध कार्य किए जा रहे हैं।
किया जा रहा है अध्ययन इन सभी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन व निर्देशन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मंडावी और प्रोफेसर विजय मानिकपुरी द्वारा किया जा रहा है। कोरॉना संक्रमण के कारण विद्यार्थी के कई फिल्ड वर्क और शोध कार्य जैसे प्रक्रिया पूरा नहीं हो पाया था जिसे ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से विद्यार्थियो को शोध कार्य के प्रमुख तत्वों और ध्यान रखी जाने वाले बातो को बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समाजकार्य के अंतर्गत आने वाले पाठ्यक्रम को पूरा कर लिया गया है। अभी शोध कार्य की प्रक्रिया के बारे में विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है जिसके अंतर्गत समाजकार्य के विद्यार्थी सामाज में व्याप्त समस्याओं कुरीतियों और समाज कल्याण के लिए चलाए जा रहे योजनाओं का और विभिन्न संस्थाओं के कार्यों का अध्ययन किया जाता है।
उपस्थित रहते है शत प्रतिशत विद्यार्थी प्रोफेसर विजय मानिकपुरी ने आगे बताए कि वीडियो कांफ्रेसिंग विद्यार्थियो के लिए एक नई चीज है। इससे पहले वे केवल कक्षा में ही पढ़ पाते थे किंतु अब ऑनलाइन पढ़ाई से विद्यार्थियो में एक नया उत्साह है जिसके कारण विद्यार्थियो की उपस्थिति भी लगभग शत प्रतिशत रहती है। जिन विद्यार्थियों को ऑनलाइन कक्षा में शामिल होने में किसी भी प्रकार की समस्या आती है उसे दूर करने की कोशिश की जाती है। जिससे विद्यार्थी को आगे के पढ़ाई लिए कोई समस्या ना हो।