यह है मामला
मिली जानकारी के मुताबिक खैरागढ़ भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलेश कोठले और उसके साथी तरुण साहू (अर्जुन्दा बालोद), राजकुमार साहू (खैरागढ़), चमनदास साहू (अर्जुन्दा, बालोद), सत्यपाल वर्मा (चीचा, दुर्ग), रंजीत सोनकर (बालाघाट, मप्र), राजेन्द्र स्वान्सी (रांची, झारखंड) ने सर्वोदय मल्टीट्रेड लिमिटेड कंपनी के अधीन माइक्रो इन्वेस्टमेंट का डायरेक्टर बनकर खैरागढ़ क्षेत्र में लोगों से मासिक, छहमाही, सालाना, पांच वर्ष तथा 15 वर्ष के लिए अलग-अलग ब्याज दरों पर रकम जमा कराई।
मिली जानकारी के मुताबिक खैरागढ़ भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलेश कोठले और उसके साथी तरुण साहू (अर्जुन्दा बालोद), राजकुमार साहू (खैरागढ़), चमनदास साहू (अर्जुन्दा, बालोद), सत्यपाल वर्मा (चीचा, दुर्ग), रंजीत सोनकर (बालाघाट, मप्र), राजेन्द्र स्वान्सी (रांची, झारखंड) ने सर्वोदय मल्टीट्रेड लिमिटेड कंपनी के अधीन माइक्रो इन्वेस्टमेंट का डायरेक्टर बनकर खैरागढ़ क्षेत्र में लोगों से मासिक, छहमाही, सालाना, पांच वर्ष तथा 15 वर्ष के लिए अलग-अलग ब्याज दरों पर रकम जमा कराई।
लोगों को निवेश कराने के दौरान आरोपियों ने दोगुना तथा 8 गुना रकम वापस मिलने का झांसा दिया। इस दौरान खैरागढ़ में संचालित ब्रांच में आसपास के दर्जनों ग्रामीणों ने लाखों रुपए जमा कराए। इन्हीं निवेशकों में एक खिलावन चंद्राकर ने 2011 से लगातार 2019 तक साढ़े 7 लाख रुपए जमा कराए। वहीं एक और हितग्राही रामप्रसाद पटेल ने भी 9 लाख रुपए कंपनी में निवेश किए। इसी तरह अलग-अलग गांव के लोगों ने भी कंपनी में करीब 35 लाख रुपए का निवेश किया। इसके बाद कंपनी एकाएक अपना कारोबार छोड़कर रफू चक्कर हो गई, तब से निवेशक रकम के लिए ब्रांच का चक्कर लगा रहे हैं।
थानेदार से उलझे भाजपाई कमलेश कोठले की गिरफ्तारी से नाराज प्रदेश भाजयुमो उपाध्यक्ष व जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, जिला पंचायत सदस्य व सभापति धमन साहू, वीरेंद्र जैन, नपा उपाध्यक्ष रामाधार रजक, प्रकाश ठाकुर, नित्यप्रकाश सिंह, सूर्यदमन सिंह, आशीष सिंह, सहित पचास से ज्यादा मंडल और भाजयुमो के कार्यकर्ता थाने पहुंचे। जहां थाना प्रभारी लोमेश सोनवानी के साथ जमकर कहासुनी हुई। जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के इशारे पर भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
इस मामले में एसडीओपी जी सी पति ने कहा कि भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलेश कोठले समेत 4 को फिलहाल हिरासत में लिया गया। तीन अन्य आरोपी की खोजबीन की जा रही है। पूरे मामले का पर्दाफाश होने के बाद पुलिस डायरेक्टरों की पृष्ठभूमि को लेकर जानकारी जुटा रही है।