नहीं हो रही कार्य की मानिटरिंग
मुढ़ीपार रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि संबंधित ठेकेदार के द्वारा कार्य किया जा रहा है जो कि आज तक पूर्ण नहीं हो पाया है। यह ब्रिज कितने की लागत से बन रही है और कब पूर्ण करना है स्टेशन प्रबंधक को भी पता नहीं है ऐसा प्रतीत होता है कि इस ब्रिज निर्माण को लेकर रेलवे विभाग के उच्च अधिकारियों के द्वारा सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं किया जा रहा है जिसके चलते आज कई सालों बीतने के बाद भी अभी तक निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।
मुढ़ीपार रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि संबंधित ठेकेदार के द्वारा कार्य किया जा रहा है जो कि आज तक पूर्ण नहीं हो पाया है। यह ब्रिज कितने की लागत से बन रही है और कब पूर्ण करना है स्टेशन प्रबंधक को भी पता नहीं है ऐसा प्रतीत होता है कि इस ब्रिज निर्माण को लेकर रेलवे विभाग के उच्च अधिकारियों के द्वारा सही तरीके से मॉनिटरिंग नहीं किया जा रहा है जिसके चलते आज कई सालों बीतने के बाद भी अभी तक निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।
कछुआ गति से चल रहा कार्य
स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि तीसरी लाइन होने की वजह से आए दिन दुर्घटना में इजाफा हुआ है, मुढीपार रेलवे स्टेशन में आए दिन माल गाडिय़ां एक साथ खड़ी रहती है जिससे लोकल एवं पैसेंजर ट्रेनों में यात्रियों को बैठने के लिए मालगाड़ी के नीचे से ही गुजारना पड़ता है जिससे कई घटनाएं हो चुकी हैं इसके बावजूद रेलवे के उच्च अधिकारियों के द्वारा अभी तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं किया गया है जिसके चलते ब्रिज का कार्य कछुआ चाल की गति से चल रहा है।
स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि तीसरी लाइन होने की वजह से आए दिन दुर्घटना में इजाफा हुआ है, मुढीपार रेलवे स्टेशन में आए दिन माल गाडिय़ां एक साथ खड़ी रहती है जिससे लोकल एवं पैसेंजर ट्रेनों में यात्रियों को बैठने के लिए मालगाड़ी के नीचे से ही गुजारना पड़ता है जिससे कई घटनाएं हो चुकी हैं इसके बावजूद रेलवे के उच्च अधिकारियों के द्वारा अभी तक कोई बड़ी कार्यवाही नहीं किया गया है जिसके चलते ब्रिज का कार्य कछुआ चाल की गति से चल रहा है।
1.35 लाख में दिया गया है ठेका
स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि ब्रिज निर्माण के लिए ठेकेदार शीतल घोष के द्वारा 1 करोड़ 35 लाख की लागत से निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य 3 वर्ष की समयावधि में पूर्ण किया जाना है। ठेकेदार शीतल घोष के करीबी अशोक पाली ने बताया कि विगत कई महीनों से शीतल घोष की तबियत खराब होने की वजह से रायपुर की किसी अन्य ठेकेदार को दिया गया है लेकिन अशोक पाली जी ने बताया कि रेलवे के द्वारा पेमेंट की कमी के कारण कार्य रोक दिया है।
स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि ब्रिज निर्माण के लिए ठेकेदार शीतल घोष के द्वारा 1 करोड़ 35 लाख की लागत से निर्माण किया जा रहा है। निर्माण कार्य 3 वर्ष की समयावधि में पूर्ण किया जाना है। ठेकेदार शीतल घोष के करीबी अशोक पाली ने बताया कि विगत कई महीनों से शीतल घोष की तबियत खराब होने की वजह से रायपुर की किसी अन्य ठेकेदार को दिया गया है लेकिन अशोक पाली जी ने बताया कि रेलवे के द्वारा पेमेंट की कमी के कारण कार्य रोक दिया है।