ग्रामीणों के आन्दोलन से हाइवे में करीब आधे घंटे तक सड़क जाम रहा। इस दौरान दोनों ओर वाहनों की कतारें लगी रही। जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को समझाइश देकर सड़क को खाली कराया गया। इस दौरान सड़क जाम करने वाले कुछ ग्रामीणों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है।
ग्रामीणों ने बताया कि तोरणकट्टा व आश्रित गांव मनकी में करीब 500 घरों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय का निर्माण किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि शौचालय निर्माण के लिए पंचायत में करीब 14 लाख रुपए का मद आया था, लेकिन सरपंच कुष्ण कुमार गंधर्व व सचिव देव प्रकाश महिलांगे द्वारा राशि का गबन किया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच द्वारा कुछ हितग्राहियों के कम राशि देकर बिल बाऊचर में अधिक राशि आहरण किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच व सचिव द्वारा शौचालय निर्माण में लाखों का गबन किया गया है। ग्रामीण सरपंच व सचिव पर कार्रवाई कर उन्हें सौचायल निर्माण का उचित कीमत देने की मांग की।
पुलिस व ग्रामीणों में तकरार सड़क जाम करने पहुंचे ग्रामीणों को पुलिस समजाइश देते रही, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण कार्रवाई की मांग को लेकर आन्दोलन में डटे रहे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस व ग्रामीणों के बीच तकरार भी हुआ। इस दौरान एसडीएम अतुल विश्वकर्मा व सोमनी थाना के आला अधिकारियों द्वारा भी ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की गई। सड़क जाम करने पर पुलिस ने लगभग आधा दर्जन ग्रामीणों के खिलाफ कार्रवाई की है।
ग्रामीणों को जेल भेजना निंदनीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व शहर अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा अपनी ओडीएफ की राशि की मांग करने पर उन्हें जेल भेजना निंदनीय है। राजनांदगांव विधानसभा मुख्यमंत्री डॉ. रमन ङ्क्षसह का विधानसभा क्षेत्र है और वहां के ग्रामीणों द्वारा अपनी हक की राशि की मंाग को लेकर आंदोलन कर रहे थे, जिस पर जिला प्रशासन ने कार्यवाही दमनकारी है। ग्रामीणों को शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपए देने वादा किया था, लेकिन शौचालय बनने के बाद लोगों को राशि नहीं मिली है। प्रशासन भाजपा नेताओं के इशारे पर सरपंच के खिलाफ कई शासकीय योजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप प्रमाणित होने के बावजूद कार्रवाई नहीं कर रही।
सरपंच से राशि की वसूली की कार्रवाई की जा रही है अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम ने इस मामले पर कहा कि तोरणकट्टा पंचायत के ग्रामीण शौचालय निर्माण की राशि में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर सड़क जाम कर दिए थे। समजाइश देकर ग्रामीणों को हटाया गया। पंचायत में शौचालय निर्माण में हुए गड़बड़ी मामले में सचिव पहले ही निलंबित है। सरपंच से राशि की वसूली की कार्रवाई की जा रही है। इसके बाद धारा 40 की कार्रवाई भी की जाएगी।