गौरतलब है कि जिले में 1 लाख 38 हजार 881 किसानों द्वारा सहकारी व राष्ट्रीयकृत बैंकों से अल्पकालीन कृषि लोन लिया गया था। इसमें से 87 हजार 300 किसान सहकारी बैंक के नियमित कर्जदार थे। इन किसानों द्वारा किसान के्रडिट कार्ड योजना के तहत पिछले वर्ष 290.61 करोड़ का अल्पकालीन लिया गया था। इन किसानों के कर्ज की माफी हो चुकी है और प्रमाण पत्र वितरण का काम चल रहा है।
डिफाल्टर किसानों का चल रहा आडिट: सरकार द्वारा सभी किसानों का कर्जमाफ की घोषणा की गई है। इसमें जिले के 33 हजार किसान डिफाल्टर सूची में हैं। डिफाल्टर किसानोंं की राशि 19 करोड़ 83 लाख रुपए है। इन किसानों का भी पूरा कर्जा माफ होगा। सहकारी बैंकों द्वारा डिफाल्टर किसानों की जानकारी एकत्रित कर आडिट करने का काम चल रहा है। इन किसानों का मार्च तक कर्ज माफी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
22 हजार किसानों का राष्ट्रीयकृत बैंकों में कर्ज
सरकार द्वारा सहकारी बैंकों के अलावा राष्ट्रीयकृत बैंकों से भी अल्पकालीन कृषि लोन लेने वालों का कर्जा माफ करने की घोषणा हुई है। लीड बैंक से मिली जानकारी के अनुसार जिले में राष्ट्रीयकृत बैंकों से कृषि लोन लेने वाले किसानों की संख्या 22 हजार के आस-पास है और इन किसानों द्वारा 266 करोड़ रुपए का कर्जा लिया गया है। इस कर्ज को भी माफ करने की प्रक्रिया अंतिम दौर में चल रहा है।
जिले के 87 हजार 300 नियमित अल्पकालीन कर्जधारी किसानों का कर्जमाफी हो चुका है। लगभग 29 हजार किसानों को प्रमाणपत्र वितरण किया जा चुका है। डिफाल्टर किसानों के कर्जमाफी करने आडिट की प्रक्रिया चल रही है।
सुनील वर्मा, सीईओ जिला सह. बैंक