दूसरी ओर यदि शिकायत गलत निकली तो शिकायतकर्ता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भीम सिंह ने चुनाव को लेकर मीडिया को जानकारियां दीं। कलेक्टर ने बताया कि वीवीपैट में गलत पर्ची दिखने की शिकायत पर संबंधित शिकायतकर्ता को पीठासीन अधिकारी दोबारा वोट डालने का मौका अपने सामने देंगे। यदि ऐसी ही गलती हुई तो मतदान रोक दिया जाएगा। ऐसा नहीं होने पर माना जाएगा कि जानबूझकर शिकायत की गई है, ऐसी स्थिति में कार्रवाई की जाएगी।
मतदान केन्द्रों की व्यवस्था दुरूस्त करने का काम किया जा रहा है। केन्द्रों में रैम्प बनाया जा रहा है। पंचायतों में पंचायत निधि से व्हील चेयर खरीदी की जाएगी और शहरों में भी व्हीलचेयर की व्यवस्था की जाएगी ताकि दिव्यांग और शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को मतदान करने पहुंचने में आसानी हो। कलक्टर ने बताया कि सेक्टर अफसरों की नियुक्ति की जा चुकी है और इन अफसरों ने मतदान केन्द्रों का दौरा कर लिया है।
जागरूकता कार्यक्रम
कलक्टर ने बताया कि मतदाता जागरूकता के कार्यक्रम लगातार चल रहे हैं। स्वीप प्रोग्राम के माध्यम से स्कूल और कॉलेजों में मतदाताओं को जागरूक करने का काम चल रहा है। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा मतदान हो, इसके लिए प्रयास होंगे।
सुरक्षित है इव्हीएम
जिला निर्वाचन अधिकारी सिंह ने बताया कि इव्हीएम के फस्र्ट लेबल चेकिंग (एफएलसी) का काम पूरा कर लिया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि चुनाव नजदीक आने पर इव्हीएम का फस्र्ट रेमंडाइजेशन किया जाएगा। इस प्रक्रिया में यह तय होगा कि कौन-कौन सा इव्हीएम कौन से विधानसभा क्षेत्र के लिए उपयोग में आएगा।
कलेक्टर ने बताया कि इसके बाद सेकंड रेमंडाइजेशन में यह तय होगा कि कौन से इव्हीएम कौन से बूथ में जाएगा। उन्होंने कहा कि साफ है कि अभी इव्हीएम के मुवमेंट को लेकर कुछ भी साफ नहीं है, ऐसे में इसके साथ छेड़छाड़ की आशंका संभव ही नहीं। उन्होंंने कहा कि इव्हीएम पूरी तरह सुरक्षित हैं।