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राजनंदगांव

पूर्व CM ने जिस मॉडल स्कूल का किया था उद्घाटन, सत्ता बदलते ही विधानसभा में अफसरों ने बताया ऐसा स्कूल है ही नहीं…

स्कूल शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जवाब दिया कि राजनांदगांव जिले में शिक्षा विभाग के अंतर्गत मॉडल स्कूल संचालित नहीं है।

राजनंदगांवMay 15, 2019 / 01:14 pm

Dakshi Sahu

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पूर्व CM ने जिस मॉडल स्कूल का किया था उद्घाटन, सत्ता बदलते ही विधानसभा में अफसरों ने बताया ऐसा स्कूल है ही नहीं…

राजनांदगांव. सवाल वाकई गंभीर है और जवाब दोनों में से जो हो, सरकारी महकमे की बड़ी लापरवाही ने ऐसी स्थिति पैदा की है। छह महीने पहले भाजपा सरकार के समय यदि अफसरों ने वाकई में राजनांदगांव जिले में मॉडल स्कूल का निर्माण किया था तो इसके छह महीने बाद (अब राज्य में सत्ता परिवर्तन हो गया है) अफसरों ने विधानसभा को यह झूठी जानकारी दी है कि राजनांदगांव में कोई मॉडल स्कूल संचालित नहीं है लेकिन यदि अफसरों ने विधानसभा को सही जानकारी दी है तो माना यह जाएगा कि छह महीने पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री और राजनांदगांव के मौजूदा विधायक डॉ. रमन सिंह के हाथों एक झूठा उद्घाटन कराकर जनता को ***** बनाने का काम किया गया है।
स्टाफ को बदल दिया
राजनांदगांव के गौरव पथ में डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी कन्या हायर सेकंडरी स्कूल है। करीब साल भर पहले अफसरों को सनक चढ़ी कि राजनांदगांव में एक मॉडल स्कूल बनाना है। इस स्कूल को इसके लिए चुना गया। स्कूल के अध्ययन कक्ष से लेकर पूरे परिसर को नया रंग दिया गया। लाखों रूपए खर्च कर निजी स्कूल जैसा माहौल तैयार किया गया। इस स्कूल का परिणाम अन्य सरकारी स्कूलों से बेहतर रहता था, संभवत: इसी वजह से इस स्कूल को मॉडल स्कूल बनाने चुना गया लेकिन मॉडल रूप देकर प्राचार्य समेत सारे स्टाफ को बदल दिया गया।
मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन
तत्कालीन मुख्यमंत्री के हाथों जिस दिन स्कूल का उद्घाटन हुआ उसी दिन (4 अक्टूबर) तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी पीकेएस बघेल ने एक आदेश जारी कर बख्शी स्कूल की प्राचार्य सुनीता खरे समेत 16 व्याख्याताओं को दूसरी जगह भेज दिया। इस तबादला आदेश में भी शासकीय पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी स्कूल के नाम के साथ बकायदा ‘मॉडलÓ शब्द जोड़ा गया। उनके स्थान पर विषय विशेषज्ञ के में अलग अलग जगहों से व्याख्याता यहां अटैच किए गए। हाल ही में मौजूदा जिला शिक्षा अधिकारी गिरधर कुमार मरकाम ने शिक्षा विभाग के सारे अटैचमेंट को खत्म करने का आदेश दिया लेकिन बख्शी स्कूल का ‘खासÓ मानते हुए यहां हुए संलग्रीकरण को यथावत रखने का उल्लेख किया।
अब आई चौंकाने वाली जानकारी
मॉडल स्कूल के नाम पर इतराने वाले राजनांदगांव को विधानसभा के एक सवाल के जवाब में चौंकाने वाली जानकारी मिली है। जनवरी-मार्च 2019 में आयोजित छत्तीसगढ़ विधानसभा में डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू ने सवाल पूछा कि स्कूल शिक्षा मंत्री बताएं कि राजनांदगांव जिले में किस स्कूल में मॉडल स्कूल संचालित किया जा रहा है। इस सवाल के जवाब में स्कूल शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जवाब दिया कि राजनांदगांव जिले में शिक्षा विभाग के अंतर्गत मॉडल स्कूल संचालित नहीं है।
दसवीं में सुधार, 12 वीं में पिछड़े
पूरे स्टॉफ को बदलकर यहां इंटरव्यू कर नए व्याख्याता लाए जाने के बाद भी यहां के परीक्षा परिणाम में दसवीं में बढ़ोत्तरी और 12 वीं में कमी आई है। कक्षा दसवीं में यहां का परिणाम सत्र 2017-18 में 70.96 प्रतिशत था जबकि इस बार इसमें ठीक सुधार हुआ है और यह बढ़कर 89.25 हुआ है। बारहवीं में पिछली बार परिणाम 92 प्रतिशत था जो कम होकर 87.71 हो गया है।
डीईओ राजनांदगांव गिरधर कुमार मरकाम ने बताया कि मॉडल स्कूल के लिए केन्द्र या राज्य सरकार से नाम घोषित होते हैं। वहां से नहीं हुए हैं, ऐसे में विधानसभा को सही जानकारी दी गई है। जहां तक बख्शी स्कूल के मॉडल स्कूल कहने की बात है तो जिला प्रशासन ने अपने स्तर पर मॉडल स्कूल का स्वरूप स्कूल को दिया है। यहां व्याख्याताओं का चयन इंटरव्यू के माध्यम से किया गया था इसलिए अटैचमेंट खत्म करने के आदेश में इसे अलग रखा गया है।
आचार संहिता लगने के दो दिन पहले खूब तामझाम

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लगने की चर्चाएं चल रही थीं, इसी बीच अफसरों ने एक साथ थोक में कई कार्यक्रम तय किए। आधे अधूरे दिग्विजय स्टेडियम, आधे अधूरे मेडिकल कॉलेज अस्पताल और राजनांदगांव जिले के पहले मॉडल स्कूल का लोकार्पण तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया। 4 अक्टूबर 2018 को हुए बख्शी स्कूल पहुंचे डॉ. सिंह ने मॉडल स्कूल की जमकर तारीफ की। बच्चों से बात की। जिला प्रशासन को मॉडल स्कूल बनाने के लिए बधाई दी। स्मार्ट क्लास को देखा।
मॉडल स्कूल के लिए बेहतर कार्य करने यूनिसेफ कंसल्टेंट शिखा राणा व आरईएस के कार्यपालन अभियंता आरके दुबे को सम्मानित भी किया। इसी आयोजन में डॉ. सिंह ने यूनिसेफ के सहयोग से बनाए गए हमर लइका, हमर स्कूल मोबाइल ऐप लांच किया। तत्कालीन कलक्टर भीम सिंह ने मॉडल स्कूल के संबंध में संक्षिप्त जानकारी देते हुए कहा कि कन्या शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रयोग के तौर पर मॉडल स्कूल जिले में आरंभ किया गया है। धीरे-धीरे अन्य स्कूलों का भी मॉडल स्कूल के रूप में विकास किया जाएगा। उन्होंने स्कूल में मौजूद सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी।

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