ठेकेदार बरत रहा लापरवाही
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र को जोडऩे वाली अंबागढ़ चौकी से कोरचाटोला सड़क का निर्माण कार्य एजेंसी छत्तीसगढ़ राज्य सड़क विकास निगम के माध्यम से किया जा रहा है। जबकि सड़क निर्माण का कार्य की बात हो या फिर नाला निर्माण का कार्य दोनों में काफी गुणवत्ताहीन कार्य किया गया है, कार्य में सही मापदंडों का ध्यान नहीं रखा गया है जिससे सड़ बीचो-बीच फटने लगा है। ठेकेदार मनमाने ढंग से काम कराते गए। राहगीरों का कहना है कि एक तरफ से सड़क नहीं बनाई गई है। जहां पर चाहा वहां पर काम कराया गया।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ से महाराष्ट्र को जोडऩे वाली अंबागढ़ चौकी से कोरचाटोला सड़क का निर्माण कार्य एजेंसी छत्तीसगढ़ राज्य सड़क विकास निगम के माध्यम से किया जा रहा है। जबकि सड़क निर्माण का कार्य की बात हो या फिर नाला निर्माण का कार्य दोनों में काफी गुणवत्ताहीन कार्य किया गया है, कार्य में सही मापदंडों का ध्यान नहीं रखा गया है जिससे सड़ बीचो-बीच फटने लगा है। ठेकेदार मनमाने ढंग से काम कराते गए। राहगीरों का कहना है कि एक तरफ से सड़क नहीं बनाई गई है। जहां पर चाहा वहां पर काम कराया गया।
मटेरियल की क्वालिटी भी स्तरहीन
बरसात के दिनों में तीन महीने निर्माण कार्य में विराम रहता है पर करोड़ों की लागत वाले इस बड़े निर्माण कार्य का शुभारंभ पिछले वर्ष वर्षाकाल में किया जाना भी अपने आप में एक सवाल बना हुआ है। 22 किमी मार्ग में वर्किंग एजेंसी अलग-अलग मापदंडों से निर्माण कार्य कराया है। कहीं पर सड़क को एक फीट गहरा तो कहीं डेढ़ एवं कहीं दो फीट गहरा खोदा गया। सड़क पर बिछाई गई मुरुम व मिट्टी की क्वालिटी को लेकर भी कई बार शिकायतें आई हैं। अब देखना यह है लोगों को आवागमन में और कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
बरसात के दिनों में तीन महीने निर्माण कार्य में विराम रहता है पर करोड़ों की लागत वाले इस बड़े निर्माण कार्य का शुभारंभ पिछले वर्ष वर्षाकाल में किया जाना भी अपने आप में एक सवाल बना हुआ है। 22 किमी मार्ग में वर्किंग एजेंसी अलग-अलग मापदंडों से निर्माण कार्य कराया है। कहीं पर सड़क को एक फीट गहरा तो कहीं डेढ़ एवं कहीं दो फीट गहरा खोदा गया। सड़क पर बिछाई गई मुरुम व मिट्टी की क्वालिटी को लेकर भी कई बार शिकायतें आई हैं। अब देखना यह है लोगों को आवागमन में और कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
नाली और पुल निर्माण में भी गड़बड़ी
करोड़ो की लागत से बन रही टूलेन नई सड़क के साथ-साथ अंबागढ़ चौकी से लेकर कोरचाटोला मार्ग तक बीच-बीच में छोटे व बड़े दोनों ही तरह के पुल बनाए गए है जिनके निर्माण में भी गुणवक्ता को दरकिनार कर कार्य करवाया गया है जिसके कारण पुल की मजबूती को लेकर भी राहगीरों के मन में सवाल उठ रहे, जब करोड़ों की लागत से बन रहे सड़क का अभी से यह हाल है तो बनाये गए पुल और नाली निर्माण में कितनी भर्राशाही की होगी।
करोड़ो की लागत से बन रही टूलेन नई सड़क के साथ-साथ अंबागढ़ चौकी से लेकर कोरचाटोला मार्ग तक बीच-बीच में छोटे व बड़े दोनों ही तरह के पुल बनाए गए है जिनके निर्माण में भी गुणवक्ता को दरकिनार कर कार्य करवाया गया है जिसके कारण पुल की मजबूती को लेकर भी राहगीरों के मन में सवाल उठ रहे, जब करोड़ों की लागत से बन रहे सड़क का अभी से यह हाल है तो बनाये गए पुल और नाली निर्माण में कितनी भर्राशाही की होगी।
नाली के ऊपर नाली निर्माण
नगर में नगर पंचायत के द्वारा नई सड़क से लगे पहले नाली निर्माण कराया गया था जिनको बने कुछ ही वर्ष बीते हुए है जिनकी मजबूती बरकरार थी, जिसको तोड़कर शासन का पैसा बर्बाद करने के लिए फिर से उसी जगह नाली निर्माण करा दिया गया जबकि पुराने नाली को तोड़कर नई नाली निर्माण के समय नगर पंचायत और सड़क ठेकेदार के बीच ठन गई थी और नगर पंचायत के द्वारा नाली निर्माण पर रोक लगाया गया था।
नगर में नगर पंचायत के द्वारा नई सड़क से लगे पहले नाली निर्माण कराया गया था जिनको बने कुछ ही वर्ष बीते हुए है जिनकी मजबूती बरकरार थी, जिसको तोड़कर शासन का पैसा बर्बाद करने के लिए फिर से उसी जगह नाली निर्माण करा दिया गया जबकि पुराने नाली को तोड़कर नई नाली निर्माण के समय नगर पंचायत और सड़क ठेकेदार के बीच ठन गई थी और नगर पंचायत के द्वारा नाली निर्माण पर रोक लगाया गया था।
तहसीलदार अं.चौकी डीआर ध्रुव ने कहा कि जिन जगहों पर नई सड़क धसने की जानकारी मिली है उसे तुरंत रोड़ कार्पोरेशन के मैनेजर को बोलकर दिखवाता हूं।