मृतक संतोष के बेटे चुम्मन साहू ने आरोप लगाया है कि इसके लिए ठेकेदार, संबंधित विभाग के अधिकारी और शासन-प्रशासन सभी जिम्मेदार हंै। मामले की थाने में शिकायत करते हुए जांच की मांग की है। हाऊसिंग बोर्ड में कार्यरत अनियमित कर्मचारियों को लंबे समय से वेतन नहीं मिल रहा है। ऐसे कर्मचारी 28 हैं। इन कर्मचारियों को 7 से 8 हजार तनख्वा दी जाती है। इसके बाद भी इन्हें समय पर मजदूरी भुगतान हो इसकी व्यवस्था न होना गंभीर बात है।
वेतन के लाले से परेशान कर्मचारियों ने इसकी शिकायत कलेक्टर सहित विभाग के उच्चाधिकारियों और मंत्री तक से कर चुके हैं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। परिजनों से मिली जानकारी अनुसार 55 वर्षीय संतोष हाऊसिंग बोर्ड में करीब 7 साल से काम कर रहे थे। वे ठेकेदार के अंडर प्लंबर का काम करते थे।
हाऊसिंग बोर्ड की कॉलोनियों में उनके अनुरूप शिकायत या काम मिलने पर भेजा जाता था। इससे पहले कभी इतने परेशान नहीं रहे। घर में एक बेटा व पत्नी के पालन-पोषण की जिम्मेदारी इन्हीं पर थी। बताया गया कि पैसे की तंगी के चलते हाल ही में उसने बैंक में पड़े कुछ रुपयों को भी निकाल लिया था। (Chhattisgarh Housing Board)
काटना पड़ा हाथ
बताया जाता है कि गृह निर्माण मंडल के ईई सीएस बेलचंदन की अफसरशाही के कारण एक कर्मचारी हरिचंद अपना हाथ गवां चुका है। खैरागढ़ अटल आवास में चौकीदार के पद पर पदस्थ हरिचंद को कॉलोनी में उगे गाजरघास को साफ करने का फरमान सुना दिया गया। वे गाजर घास साफ कर रहे थे इसी दौरान उसे जहरीले कीड़े ने काट लिया। जहर फैल जाने के कारण रायपुर में उसके एक हाथ को काटना पड़ गया। अभी भी वे हाथ के दर्द से परेशान रहते हैं।
टीआई सोमनी नवी मोनिका पांडे ने बताया कि जहर खुरानी से एक ग्रामीण की मौत की जानकारी आई है। टीम जांच के लिए गई हुई है। फिलहाल आत्महत्या के कारण का पता नहीं चला है। प्रताडऩा या परेशान जैसी शिकायत नहीं मिली है। कफन-दफन के बाद परिजनों से पूछताछ होगी।
वरिष्ठ सहायक गृह निर्माण मंडल योगेश कुमार शर्मा ने बताया कि कर्मचारी संतोष वेतन नहीं मिलने के कारण परेशान रहता था। इस विभाग के ईई के दुव्र्यवहार व मनमानी से अधीनस्थ कर्मचारी लंबे समय से परेशान हैं, मामले की बहुत बार शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन द्वारा जांच के नाम पर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। ये इसी का नतीजा है।
ठेकेदार जिम्मेदार
ईई गृह निर्माण मंडल सीएस बेलचंदन ने बताया कि ऐसी कोई जानकारी मुझे नहीं है, जिसका नाम आप बता रहे हो वह नियमित कर्मचारी नहीं है। ठेकेदार के अंडर में था। वेतन भुगतान के संबंध में ठेकेदार व उच्चाधिकारियों को हमने चि_ी लिखी है। इसमें वहीं जिम्मेदार हैं।