उल्लेखनीय है कि बीते दिनों दिल्ली से लौटे एक युवक एवं स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मचारियों सहित तीन लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से नगर पंचायत छुरिया को पूर्ण रूप से लॉकडाऊन कर दिया गया है, जिससे 10 दिनों से नगरवासियों को आवश्यक सामग्रियों के लिए तरसना पड़ रहा है। लॉकडाऊन होने से खासकर खाद्यान्न सामग्री एवं सब्जियों सहित दैनिक उपयोग की सामग्रियों के दाम बढ़ गए हैं।
बैंक बंद, किसान परेशान जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शाखा छुरिया सहित स्टेट बैंक, छग राज्य ग्रामीण बैंक, भी बंद रखे गए हैं जिससे छुरिया सहित आसपास कृषकों एवं ग्रामीणों को लेनदेन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खेती किसानी के कार्यों के लिए किसानों को बैंक से राशि नहीं मिल पा रही है।
22 सैंपल रिपोर्ट पर पेंच फंसा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुरिया में पदस्थ 22 स्वास्थ्यकर्मियों का सैम्पल लिया गया है, जिनका रिपोर्ट आना शेष है। शासन प्रशासन इनकी रिपोर्ट पर पैनी नजर रखे हुए है और यहीं पर पेंच फंसा हुआ है। यही वजह है कि छुरिया को लॉकडाऊन से राहत नहीं मिल पा रही है। जिसके चलते पिछले 10 दिनों से छुरिया पूर्ण रूप से बंद है।
डोंगरगांव एवं चौंकी की तर्ज पर दुकान खोले जाने की मांग डोंगरगांव एवं अं.चौकी को भी लॉकडाऊन से राहत प्रदान करते हुए शासन प्रशासन ने सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रखने की छूट प्रदान की गई है। नगर पंचायत क्षेत्र छुरिया के अंतर्गत आने वाले समस्त व्यवसायियों ने शासन प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि डोंगरगांव एवं चौकी की तरह छुरिया को भी इसी तरह राहत प्रदान की जाए।
कलेक्टर से मिले पूर्व मंत्री भाटिया आमजनों एवं व्यवसायियों की तकलीफों को देखते हुए पूर्व मंत्री रजिन्दरपाल सिंह भाटिया ने जिला कलेक्टर से सौजन्य मुलाकात कर लॉकडाऊन में हो रही समस्याओं से अवगत कराते हुए छुरिया को छूट प्रदान करने की मांग की है।