राहत कैम्प में श्रमिक सोशल डिस्टेनसिंग के अनुसार कतारबद्ध होकर भोजन ले रहे हैं। उनके लिए प्रोजेक्टर की व्यवस्था की गई है, ताकि वे कार्यक्रम देख सकें। इसके साथ ही वहां उनके खेलने के लिये वॉलीबॉल, फुटबाल, लूडो कैरम की व्यवस्था की गई है, ताकि वे व्यस्त रहें। राहत शिविर में कल 29 व्यक्ति एवं 8 बच्चे भी आये, जो छुरिया तहसील के ग्राम रायपुर एवं बिसाहटोला के हैं। उन्हें भी कपड़ा, साबून, तेल, नाश्ता वितरण किया गया और सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। राहत शिविर में बाहर भटक रहे एक मूक एवं मंदबुद्धि बच्चे को भी आसरा मिला है। एसडीएम डोंगरगढ़ अविनाश भोई एवं उनकी टीम निरंतर श्रमिकों के सेवा कार्य में लगे हुए हैं।
आवश्यक वस्तुओं के मूल्य नियंत्रण संबंध में महत्वपूर्ण सूचना कलक्टर ने कहा है कि जिले के सभी एसडीएम, डीएफओ, मंडी सचिव को कार्यालय के पत्र, मैसेज, तथा वीसी के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं के मूल्य नियंत्रण के संबंध में अवगत कराया गया है। उन्हें वृहद संदर्भ के लिए आवश्यक वस्तु अधिनियम का अध्ययन करने के लिए भी कहा है। आवश्यक वस्तु तथा ऐसे वस्तु जिसमें उत्पादक कंपनी द्वारा अधिकतम खुदरा मूल्य अंकित नहीं है, उनके मूल्य निर्धारण के संबंध में प्रत्येक एसडीएम की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई थी। समिति के माध्यम से प्रत्येक सप्ताह एक मूल्य निर्धारित की जाएगी। जिसे सभी उत्पाद बेचने वाले संगठन के लोगों को, विक्रेताओं को मूल्य सूची (रेट लिस्ट) उपलब्ध कराया जाएगा।