कलक्टर मौर्य ने स्वच्छता आंदोलन के अंतर्गत कई तरह की गतिविधि करने के निर्देश दिए। हर वार्ड में स्वच्छता समिति बनाई जाए। स्वच्छता के फायदों के संबंध में दीवार लेखन किया जाए। मौर्य ने व्यापारियों और ठेले-खोमचे वालों की बैठक लेकर अनिवार्य रूप से डस्टबिन रखने की सलाह दी जाए। मौर्य ने बैठक में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत निर्धारित 49 बिन्दुओं पर लगातार काम करने के निर्देश दिए। जिले में संस्थागत प्रसव, टीकाकरण अभियान, एएनसी चेकअप तथा एनीमिया और कुपोषण दूर करने की दिशा में इस कार्यक्रम के तहत विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना के तहत पंजीयन की कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
आमदनी बढ़ाने में मिलेगी मदद कलक्टर मौर्य ने विशेष रूप से कृषि, उद्यानिकी, मछलीपालन और पशुपालन विभाग में पंजीयन की कार्रवाई में गति लाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मौर्य ने कहा कि महिला स्व सहायता समूहों द्वारा बनाई जा रही सामग्री का उपयोग शासकीय प्रयोजन से भी किया जाना चाहिए। इससे स्व सहायता समूहों के सदस्यों की आमदनी बढ़ाने में मदद मिलेगी। कलक्टर ने विभागों को विभिन्न जरूरतों को वर्मी कम्पोस्ट गौठानों से लेने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान कलक्टर मौर्य ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को सब्जी नहीं दी जाने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। निरीक्षण में भी यह बात सामने आ रही है। मौर्य ने बताया कि उन्होंने पिछले सप्ताह एक आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। उस दिन बच्चों को दाल, सब्जी नहीं मिली थी। मौर्य ने इस स्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। कलक्टर ने कहा कि बच्चों को नाश्ते व भोजन देने के समय में पर्याप्त अंतर रखा जाए। नाश्ता थोड़ा जल्दी दिया जाना चाहिए। कलक्टर मौर्य ने बैठक में 10वीं और 12वीं परीक्षा में अच्छे परिणाम लाने के लिए बेहतर योजना बनाकर क्रियान्वयन करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
नियमित निरीक्षण करने के निर्देश कलक्टर मौर्य ने बैठक में सभी एसडीएम को छात्रावासों का नियमित निरीक्षण करने और बच्चों से चर्चा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान छात्रावासों की उपलब्ध पेयजल व्यवस्था, साफ-सफाई और भोजन तथा नाश्ते की व्यवस्था का जायजा लिया जाए। छात्रावास अधीक्षकों की नियमित उपस्थिति के संबंध में रिपोर्ट देने के निर्देश उन्होंने दिए हैं।