उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारी एसके भरतद्वाज का पिछले दिनों रायपुर लोक शिक्षण संचालनालय में तबादला कर दिया है। वे इसी जिले के मूल निवासी हैं। चुनाव आयोग के निर्देश हैं कि चुनाव के वक्त गृह जिले के अफसर पदस्थ न हों। इस आधार पर भरतद्वाज का तबादला तो हो गया लेकिन उनके स्थान पर यहां जिस अफसर को भेजा गया है, उनके नाम को लेकर यहां विवाद शुरू हो गया है। धमतरी से यहां भेजे गए प्रवास बघेल के संबंध में जानकारी आई है कि वे भी इसी जिले के मूल निवासी हैं।
पत्रिका ने दी जानकारी यहां आ रहे डीईओ प्रवास बघेल के संबंध में पत्रिका ने खबर प्रकाशित कर जानकारी दी कि वे भी इसी जिले के निवासी हैं। बघेल के संबंध में जानकारी आई है कि वे जिले के ग्राम बागतराई पोस्ट डिलापहरी जिला के निवासी हैं। ऐसे में उनकी यहां तबादले के बाद विवाद गहरा गया है।
नांदगांव आ गए बघेल पत्रिका से चर्चा में शिक्षा सचिव गौरव द्विवेदी ने इस तथ्य की जानकारी नहीं होने की बात करते हुए चेक करा लेने की बात की थी। उन्होंने कहा था कि यदि ऐसा है तो रोक लगाई जाएगी, लेकिन पता चला है कि बघेल ने सोमवार को यहां जिला शिक्षा विभाग में ज्वाइनिंग देने उपस्थिति दे दी है।
रोक लगाने की मांग राजनांदगांव शहर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री हेमंत ओस्तवाल ने लिखित शिकायत कर जिला निर्वाचन अधिकारी व कलक्टर से मांग की है कि गृह जिले के होने के चलते जिला शिक्षा प्रभारी अधिकारी के पद पर प्रवास बघेल की नियुक्ति को रोका जाए। ओस्तवाल ने निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत नियुक्ति किए जाने की मांग की है।