ज्ञात हो कि राजीव नगर निवासी ओमप्रकाश की रायपुर के कालड़ा अस्पताल में करीब डेढ़ महीना इलाज चलने के बाद रविवार रात को मौत हो गई थी। जबकि यहां इलाज के नाम पर मृतक छात्र के सिर का दो बार ऑपरेशन किया गया। इसके अलावा उसके श्वसन नली का भी ऑपरेशन किया गया। इसके बाद भी बच्चे की स्वास्थ्य में सुधार नहीं आई। इस बीच परिजनों ने इलाज के नाम पर करीब चाल लाख रुपए खर्च कर दिए।
परिजनों ने बताया कि जुलाई में ओमप्रकाश की तबीयत बिगड़ी। उसे उल्टी और सिर दर्द की शिकायत थी। दो दिन मेडिकल कॉलेज व दो दिन शहर के डीएनए अस्पताल में उनका इलाज किया गया। इसके बाद उसे रायपुर के लिए रेफर किया गया था। कालड़ा में बच्चे को भर्ती किए थे।
मामले में मृतक ओमप्रकाश के बड़े पिता मलखान सिंह राजपूत ने बताया कि परिवार वर्तमान में गमी के कार्यक्रम में व्यस्त हैं। कार्यक्रम निपटने के बाद शासन-प्रशासन से मामले की लिखित शिकायत की जाएगी।
यह था मामला डॉक्टरों ने कहा दोनों ऑपरेशन सक्सेसफुल हुआ है। कुछ दिन बाद छुट्टी कर देंगे, लेकिन बच्चे की स्वास्थ्य में नहीं दिख रहा था। फिर सांस लेने की में दिक्कत की बात बताते हुए उसके श्वासनली का ऑपरेशन कर दिया गया। इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी और ओमप्रकाश के पेशाब नली में भी इन्फेक्शन फैल चुका था। अब तक परिजनों ने ओमप्रकाश के इलाज के लिए करीब तीन लाख रुपए खर्च कर चुके थे। इसके अलावा मुख्यमंत्री संजीवनी कोष व स्मार्टकार्ड के रुपए भी निकाले जा चुके थे। इसके बाद रविवार रात को करीब १२.३० बजे ओमप्रकाश ने दम तोड़ दिया।