पुल निर्माण की प्रक्रिया होगी शुरू बाईपास सड़क निर्माण में ६ किमी सड़क निर्माण प्रक्रिया अब लगभग अंतिम चरण में है। इस बाईपास निर्माण में मुस्का, आमनेर और मोती मुस्का नाले पर तीन उच्च स्तरीय पुलो का निर्माण किया जाना है इसके लिए बाईपास निर्माण की स्वीकृति में अलग से राशि प्रस्तावित की गई थी। पुल निर्माण प्रक्रिया सेतू निगम द्वारा किया जाना है इसके लिए पूरानें स्वीकृति में राशि कम पड़ रही थी जिसके कारण निगम का प्राक ल्लन अटक रहा था। निगम ने इसके लिए लोकनिर्माण विभाग से पत्राचार कर नए बजट के आधार पर इसके लिए अतिरिकत राशि का प्रावधान करनें कहा था। उल्लेखनीय है पहले बाईपास के लिए स्वीकृत बजट में पुलों के निर्माण के लिए 8 करोड़ 70 लाख रू की राशि का प्रावधान किया गया था। बाइपास निर्माण में देरी के कारण इसका बजट लगातार बढ़ता गया और दो साल पहले शुरू हुई प्रक्रिया के बाद पुलों की स्वीकृत राशि का बजट लगभग दस क रोड़ रू पहुंच गया। जिसके बाद निगम ने लोकनिर्माण विभाग को अतिरिक्त राशि के साथ स्वीकृति और बजट देने का पत्र लिखा था।
5 करोड़ रू किए गए हस्तांतरित लोक निर्माण विभाग 12 साल से स्वीकृति के बाद लंबित पड़े बाईपास सड़क निर्माण को पूर्ण करानें में जुटा है। अधिकारियों की सक्रियता के चलते पिछले छह माह में इसमें तेजी भी आई है बजट के अभाव के साथ साथ इसके बजट को पुनरीक्षित किए जाने के लिए भी अधिकारियों ने एड़ी चोटी एक करके शासन स्तर से अतिरिक्त बजट का प्रावधान कराया। जिसके बाद बाईपास निर्माण प्रक्रिया में तेजी आई। अब पुल निर्माण की प्रक्रिया में बजट की कमी के लिए अधिकारियों ने फिर से सक्रियता दिखाई और सेतू निगम को निर्माण प्रक्रिया की प्रारंभिक कार्रवाई शुरू करने पांच करोड़ रू की राशि हस्तांतरित कर दी है। जिसके बाद सेतू निगम अब पुल निर्माण प्रक्रिया को पूर्ण करनें जुटा है निगम द्वारा निर्माण की तकनीकी स्वीकृति के लिए शासन स्तर पर भेजा गया है। तकनीकी स्वीकृति के साथ ही उच्चस्तरीय पुल निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया भी जारी की गई है।
12 साल बाद मूर्त रूप लेगा बाइपास शहर से यातायात का दबाव हटानें 12 साल पहले प्रस्तावित और स्वीकृत बाइपास अब पूरा होगा। इसके लिए 2008 में प्रक्रिया शुरू की गई थी। 12 साल में इसका बजट तीन गुना बढकर 18 करोड़ से लगभग 55 करोड़ तक पहुंच गया। इसमें सड़क निर्माण से लेकर जमीन अधिग्रहण और उच्च स्तरीय पुलो का निर्माण भी शामिल है। जमीन अधिग्रहण के लिए राशि कम पडऩे के चलते दो साल पहले तक प्रक्रिया ठंडे बस्तें में चली गई थी। शासन स्तर पर इसकी प्रक्रिया दूबारा शुरू होने के बाद जमीन अधिग्रहण सहित निर्माण के लिए अतिरिक्त राशि का प्रावधान किया गया जिसके बाद इसके निर्माण की कार्यवाही शुरू की जा सकी। छह किमी लंबी सड़क निर्माण के लिए डेढ़ साल पहले 18 करोड़ रू स्वीकृत कर इसका निर्माण शुरू कराया गया। सड़क निर्माण छोटे पुलिया निर्माण प्रक्रिया अंतिम चरण में है उच्च स्तरीय पुल निर्माण के लिए भी दो बार प्राकल्लन बदला गया जिसमें अब सफलता मिली। पुल निर्माण शुरू होने के बाद बाईपास मूर्तरूप लेगा।
बाईपास सड़क अब जल्द ही पूरा होगा लोकनिर्माण विभाग खैरागढ़ एसडीओ रितू खरे ने कहा कि बाईपास सड़क निर्माण प्रक्रिया जारी है। उच्च स्तरीय पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने सेतू निगम को पहली किश्त के रूप में 5 करोड़ रू की राशि हस्तांतरित की गई है। टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। बाईपास सड़क जल्द ही मूर्त रूप लेगा।