तबियत बिगडऩ के कारण मृतक को रायपुर मेकाहारा रेफर किया गया था, जहां वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उपचार के दौरान शुक्रवार को उसका निधन हो गया, जिसका शव शनिवार दोपहर रायपुर से आने के पश्वात अंतिम संस्कार की कार्रवाई जारी थी। इसी बीच मृतक के शव से खून निकलता देख युवक की पत्नी व उसके परिजनों ने मृतक के अंगों को निकाले जाने अथवा अन्य किसी प्रकार के छेड़छाड़ की आशंका व्यक्त कर शव को निरीक्षण किए जाने की मांग करने लगे।
शुरूवाती दौर में ही गाइडलाइन के अनुसार कोविड पॉजिटिव होने के कारण मृतक के शव को सेफ्टी किट से बाहर निकाला जाना संभव नहीं बताया गया, जिसके चलते विवाद और भी गहराने लगा था कि तभी स्वास्थ्य विभाग व पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। जिनकी समझाइश व प्रथम दृष्टया अवलोकन उपरांत मृतक के नाक से रक्त स्त्राव पाए जाने पर मामला शांत हुआ। इस दौरान नपं अध्यक्ष हीरा निषाद, नायब तहसीलदार राजपूत, टीआई केपी मरकाम व उनकी टीम तथा स्वास्थ्य विभाग का अमला उपस्थित रहा।
नवरात्रि के प्रथम दिवस शनिवार को कुल 116 संभावितों का सैम्पल लेकर जांच किया गया, जिसमें 3 नए मरीज सामने आए हैं। बीएमओ डॉ. रागिनी चंद्रे से मिली जानकारी के अनुसार 76 एन्टीजन टेस्ट किए गए है, जिसमें 3 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जिनमें 1 बेमेतरा जिले से, 1 नगर के वार्ड 12 से एवं 1 मरीज ग्राम बहनीभांठा से मिला है। वहीं 36 संभावितों का आरटीपीसीआर एवं 4 टू्रनॉट टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया है। जबकि आरटीपीसीआर की रिपोर्ट अभी लंबित है।