रूझान को देखते हुए इस तरह बन रही स्थिति पर चर्चा तेज हो गई है। राजनीतिज्ञ मंथन पर कर रहे हैं। राजनीति के जानकारों की माने तो यहां राहुल गांधी का रोड शो और कांग्रेस का सरकार बनते ही १० दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफी की घोषणा पूरे राज्य में भाजपा पर भारी पड़ रही है। राऊंड दर राऊंड कांग्रेस बढ़त बनाते दिख रही है।
बदलाव के बयार लोगों के बीच परिवर्तन का लहर भी कारगर साहिबत होता दिख रहा है। कांग्रेस भले ही पूरे १५ सालों में ज्वलंत मुद्दों को नहीं भुना पाया हो, राज्य की जनता के लिए कुछ नहीं कर पाया हो। इसके बाद भी परिवर्तन की लहर का शिगुफा सटिक बैठ रहा है। जानकार यह भी मान रहे हैं, कि मुख्यमंत्री का बड़ा नाम होने के बाद भी यदि यहां छह सीटों में चार में भाजपा पीछे और एक खैरागढ़ में जोगी कांग्रेस प्रत्याशी देवव्रत सिंह आगे चल रहे हैं, तो यह बड़ी बात है।
नहीं चला मोदी का मैजिक चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैजिक भी नहीं चला। नोटबंदी और जीसएटी के कारण व्यापारी वर्ग में बना रोष चुनाव के परिणाम में दिख रहा है। चूंकि व्यापारी वर्ग का कहना था कि जीसटी ने छोटे व्यापारियों को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। कई व्यापारियों को भारी नुकसान हुआ। उनका व्यापार चौपट हुआ। इस कारण व्यापारियों को जो परेशानी हुई है, उसे चुनाव परिणाम का असर मान रहे हैं।
तीसरे चरण की यह है स्थिति खुज्जी से कांग्रेस प्रत्याशी छन्नी साहू 2497 मतो से आगे तो डोंगरगढ़ से कांग्रेस के भुवनेश्वर बघेल 7724 मत से आगे चल रहे हैं। वहीं डोंगरगांव से कांग्रेस प्रत्याशी दलेश्वर साहू 4499 मत से आगे चल रहे हैं। इधर खैरागढ़ से जोगी कांग्रेस के देवव्रत सिंह 3573 मतों से आगे तो मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह 1569 वोटों से आगे चल रहे हैं। मानपुर मोहला से इंदरशाह मंडावी 3242 से आगे हैं।