जिप सदस्य यशोदा निलांबर वर्मा ने मंत्री चौंबे को पत्र सौंप कर कार्रवाई की जानकारी देते कहा कि प्रधानपाठ बैराज के नए सर्वे में जहां तक सर्वे किया जाना है वहां से दो किमी दूरी पर देवारीभाठ बांध स्थित है। बिना सुविधा वाले इस बांध से आसपास के खेतों में सिंचाई की जाती है बैराज के नहर से जोड़े जाने से इसकी क्षमता में विस्तार होगा। 25 एकड़ क्षेत्र में फैले इस बांध को भरने से अतिरिक्त 2 हजार एकड़ में सिंचाई सुविधा किसानों को मिल पाएगी। जिससे किसानों की उन्नति के मार्ग खुल पाएंगे। वर्मा ने कहा कि बांध में पानी की अतिरिक्त सुविधा नही होने से किसानों को इसका लाभ नही मिल पाता। पिछले दो साल से अल्पवर्षा के चलतें किसानों को सिंचाई सुविधा और राहत नही मिल पाई, तो दूसरी ओर वाटर लेवल भी काफी ज्यादा गिरनें से इलाके के बोर फेल होने लगे थे जिसके कारण किसानों को आर्थिक और मानसिक नुकसान उठाना पड़ा।
मामलें को गंभीरता से लेते जल संसाधन मंत्री रवींद्र चौबे ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को देवारीभाठ बांध और इलाके को भी प्रधानपाठ बैराज के नहर परियोजना के सर्वे मेे शामिल करनें के निर्देश मौके पर ही दिए। मंत्री चौबे ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के उत्थान और प्रदेश में बेहतर सिंचाई सुविधा विस्तार के लिए सतत प्रयासरत है देवारीभाठ इलाके को सर्वे मे शामिल करने से अतिरिक्त 2 हजार एकड़ जमीन में सिंचाई सुविधा का विस्तार होना अच्छी बात होगी। उन्होंने अधिकारियों को इसे सर्वे में शामिलकर इसका प्राक्लन तैयार करनें के निर्देश दिए। उपअभियंता जलसंसाधन विभाग खैरागढ़, जेके जैन ने कहा कि देवारीभाठ बांध को भरे जाने के लिए प्रधानपाठ बैराज से जारी नहर निर्माण सर्वे में शामिल करने के निर्देश विभागीय मंत्री ने दिए है। सर्वे कार्य जारी है, इसे इसमें शामिल किया जाएगा।