नागरिकों को सुविधा देने में नगर पंचायत फेल
गौरतलब है कि इस मुक्तिधाम में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल में काफी फूल-पौधों के साथ सौंदर्यीकरण किया गया था और इस मुक्तिधाम में देखरेख के लिए नगर पंचायत द्वारा विशेष ध्यान भी दिया जा रहा था। इस मुक्तिधाम के परिसर में अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी और कंडा रखने लिए हॉल का भी निर्माण किया गया था किन्तु आज पर्यन्त इस पक्केभवन का कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है। मुक्तिधाम में चौकीदार की व्यवस्था नहीं होने से यहां की पूरी व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। नगर पंचायत स्थानीय नागरिकों से सभी प्रकार से टेक्स का दोहन तो पूरी तरह से कर रही है किन्तु सुविधाओं पर ना ही प्रशासन का ध्यान है और ना ही जनप्रतिनिधि ही इस ओर कोई ठोस कदम उठा रहे हैं। बता दें नगर पंचायत के कर्मचारियों की अनेक स्थलों पर आवश्यकता है किन्तु अनेक कर्मचारी नपं के जनप्रतिनिधियों के घरों में अपनी सेवाएं देते नजर आते हैं।
गौरतलब है कि इस मुक्तिधाम में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष के कार्यकाल में काफी फूल-पौधों के साथ सौंदर्यीकरण किया गया था और इस मुक्तिधाम में देखरेख के लिए नगर पंचायत द्वारा विशेष ध्यान भी दिया जा रहा था। इस मुक्तिधाम के परिसर में अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी और कंडा रखने लिए हॉल का भी निर्माण किया गया था किन्तु आज पर्यन्त इस पक्केभवन का कोई उपयोग नहीं हो पा रहा है। मुक्तिधाम में चौकीदार की व्यवस्था नहीं होने से यहां की पूरी व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। नगर पंचायत स्थानीय नागरिकों से सभी प्रकार से टेक्स का दोहन तो पूरी तरह से कर रही है किन्तु सुविधाओं पर ना ही प्रशासन का ध्यान है और ना ही जनप्रतिनिधि ही इस ओर कोई ठोस कदम उठा रहे हैं। बता दें नगर पंचायत के कर्मचारियों की अनेक स्थलों पर आवश्यकता है किन्तु अनेक कर्मचारी नपं के जनप्रतिनिधियों के घरों में अपनी सेवाएं देते नजर आते हैं।
पानी नहीं तो पानी पाऊच ही सही
पानी के लिए मुक्तिधाम में कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से बड़ी मात्रा में पानी पाऊच मुक्तिधाम स्थल तक पहुंचता है। पॉलीथीन को बंद करने में लगी नगर पंचायत छोटे-छोटे दुकानों में कार्यवाही कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रही है। जबकि मुक्तिधाम में परिसर में पानी की व्यवस्था हो जाने से यहां ढेर हो रहे पाऊच के पॉलीथीन से भी बचाव होगा और पर्यावरण प्रेमी यहाँ पौधारोपण कर यहाँ की सुंदरता बढ़ा सकते हैं।
पानी के लिए मुक्तिधाम में कोई व्यवस्था नहीं होने की वजह से बड़ी मात्रा में पानी पाऊच मुक्तिधाम स्थल तक पहुंचता है। पॉलीथीन को बंद करने में लगी नगर पंचायत छोटे-छोटे दुकानों में कार्यवाही कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रही है। जबकि मुक्तिधाम में परिसर में पानी की व्यवस्था हो जाने से यहां ढेर हो रहे पाऊच के पॉलीथीन से भी बचाव होगा और पर्यावरण प्रेमी यहाँ पौधारोपण कर यहाँ की सुंदरता बढ़ा सकते हैं।