आयुर्वेद अधिकारी मरावी ने प्रभारी एसपी से मुलाकात कर कांग्रेस अध्यक्ष खान की शिकायत की थी कि उन्होंने मनमाफिक तबादले नहीं होने पर उन्हें धमकाया है और उनके साथ गाली गलौच की है। मरावी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के धमकाने से उनको मानसिक आघात पहुंचा है। हालांकि नवाज खान ने गाली गलौच की बात से इंकार किया। उन्होंने कहा कि विभाग में नियमों को ताक पर रखकर तबादले किए गए हैं और इसलिए उन्होंने अफसर को चेताया भर है।
आयुर्वेद विभाग द्वारा सरकार की स्थानांतरण नीति से परे जाकर तबादला किया गया है। जारी सूची में वनांचल क्षेत्र के कर्मियों के शहर और शहर के कर्मियों के वनांचल क्षेत्र में तबादले किए गए हैं जबकि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि वनांचल क्षेत्र के कर्मियों का तबादला शहरी क्षेत्र में नहीं किया जाएगा। बीते दिनों विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की तबादला सूची प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर के अनुमोदन के बाद जारी की गई। इस सूची के अनुसार विभिन्न विभागों के 333 तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों का तबादला किया गया है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष नवाज खान का कहना है कि अफसर ने गलत तरीके से तबादले किए थे और इसे लेकर उन्होंने अफसर को समझाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि ऐसे अफसरों की गलती के चलते कांग्रेस सरकार की बदनामी होती है।
आयुर्वेद विभाग में 10 कर्मचारियों का तबादला किया गया है जिसमें स्थानांतरण नीति 2019 की अनदेखी करते हुए नियमों के वितपरीत कर्मियों का तबादला कर दिया गया है। सूची जारी होने के बाद इस बात का खुलासा हुआ है कि वनांचल क्षेत्र के कर्मचारियों को शहरी क्षेत्र में तबादला कर दिया गया है। इसमें चौकाने वाली बात यह है कि आपसी सहमति के बगैर वनांचल के कर्मियों को शहरी क्षेत्र में पोस्टिंग दी गई है और उनके बदले वनांचल क्षेत्र में प्रशानिक तबादला किया गया है। (Rajnandgaon news)
शिक्षा विभाग की तबादला सूची जारी होने के बाद प्रशासन की पहले ही किरकिरी हो चुकी है। एक ही शिक्षकों का एक से ज्यादा जगह पर तबादला कर दिए जाने और मृत शिक्षक के तबादले की अनुशंसा विधायक द्वारा किए जाने के बाद उसका भी तबादला किया गया था। हालांकि नई संशोधित सूची में इस गलती को सुधार लिया गया है लेकिन अब भी शिक्षा विभाग की सूची में गड़बड़ी होने की शिकायत सामने आ रही है।