पाक्सो एक्ट से कराया अवगत
जिला न्यायाधीश अंजली सिंह ने छात्र-छात्राओं को पाक्सो एक्ट व लैंगिक अपराधों की जानकारी दी। इस दौरान बड़ी संख्या में स्कूली बच्चें उपस्थित रहे। कार्यशाला की अध्यक्षता शाला के प्राचार्य आरपी साव ने की। कार्यशाला के आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना स्काउड-गाइड के बच्चों का विशेष योगदान रहा। साथ ही कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता सुचित्रा साहू व बृजेश वर्मा, सेवक राम साहू ने किया।
जिला न्यायाधीश अंजली सिंह ने छात्र-छात्राओं को पाक्सो एक्ट व लैंगिक अपराधों की जानकारी दी। इस दौरान बड़ी संख्या में स्कूली बच्चें उपस्थित रहे। कार्यशाला की अध्यक्षता शाला के प्राचार्य आरपी साव ने की। कार्यशाला के आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना स्काउड-गाइड के बच्चों का विशेष योगदान रहा। साथ ही कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता सुचित्रा साहू व बृजेश वर्मा, सेवक राम साहू ने किया।
लैंगिक अपराधों से बचने बताये उपाय
अंजली सिंह ने कहा कि बच्चों के साथ लैंगिक अपराधों का मुख्य कारण जागरूकता की कमी है। बच्चें जल्दी से इस तरह की घटनाओं का शिकार हो जाती है। उन्होंने स्कूली बच्चों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों व लायसेंस के महत्व के बारे में बताया। साथ ही वर्तमान समय में मोबाइल के सदुपयोग व साइबर कानून एवं फेसबुक, वाट्सअप के सदुपयोग एवं दुरूपयोग की पूर्ण जानकारी दी। किसी भी अनजान व्यक्ति और पहचान के व्यक्ति पर अधिक विश्वास नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ लैंगिक अपराधों का मुख्य कारण जागरूकता की कमी है। बच्चें जल्दी से इस तरह की घटनाओं का शिकार हो जाती है। उन्होंने स्कूली बच्चों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
छात्राओं को कानून की जानकारी दी गई।
अंजली सिंह ने कहा कि बच्चों के साथ लैंगिक अपराधों का मुख्य कारण जागरूकता की कमी है। बच्चें जल्दी से इस तरह की घटनाओं का शिकार हो जाती है। उन्होंने स्कूली बच्चों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा वाहन चलाते समय ट्रैफिक नियमों व लायसेंस के महत्व के बारे में बताया। साथ ही वर्तमान समय में मोबाइल के सदुपयोग व साइबर कानून एवं फेसबुक, वाट्सअप के सदुपयोग एवं दुरूपयोग की पूर्ण जानकारी दी। किसी भी अनजान व्यक्ति और पहचान के व्यक्ति पर अधिक विश्वास नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ लैंगिक अपराधों का मुख्य कारण जागरूकता की कमी है। बच्चें जल्दी से इस तरह की घटनाओं का शिकार हो जाती है। उन्होंने स्कूली बच्चों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
छात्राओं को कानून की जानकारी दी गई।