सुबह 9 बजे अस्पताल पहुंची टीम सेंट्रल लैब के डिपार्टमेंट में दस्तक दी। इस दौरान पैथोलॉजी लैब, माइक्रो बायोलॉजी, बायो केमेस्ट्री, ब्लड बैंक और आईसीटीसी विभाग में पहुंचे। सभी डिपार्टमेंट में व्यवस्था, मरीजों को मिलने वाली सुविधा और खामियों के संबंध में रिपोर्ट तैयार की गई।
मिली जानकारी अनुसार टीम के रिपोर्ट के अनुसार यहां की खामियों को दूर करने के लिए शासन द्वारा कार्ययोजना बनाई जाएगी। टीम में डॉ. टीके घोष, डॉ. रूबी खान, बानो व डॉ. जेके साहू शामिल थे। टीम ने ब्लड जांच के लिए अस्पताल में उपलब्ध मशीनों से लेकर अन्य सुविधाओं के संबंध में भी पूछताछ की। इसके अलावा ओपीडी व रोजाना ब्लड जांच कराने वाले मरीजों की संख्या की भी जानकारी ली है। टीम के साथ अस्पताल प्रबंधन की ओर कंस्लटेंट अविन चौधरी सहित अन्य मौजूद रहे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना अंतर्गत प्रदेश के जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज हास्पिटल की व्यवस्था को सशक्त और सुदृढ़ कर उच्च स्तरीय स्वास्थ्य परीक्षण व्यवस्था स्थापित करने के उद्देश्य से यह जांच सभी अस्पतालों में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चिकित्सकीय लैब सुदृढ़ीकरण योजना का क्रियान्वयन किया जाना है। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार तथा राज्य विशेषज्ञ विभाग अंतर्गत कार्यरत अधिकारियों को शामिल कर एक टीम का गठित की गई है। टीम जांच रिपोर्ट को गोपनीय ढंग से तैयार कर अपने साथ ले गई है। रिपोर्ट को राज्य स्वास्थ्य सचिव को सौंपी जाएगी। इसके बाद भारत सरकार को भेजी जाएगी।
टीम सुबह ९ बजे अस्पताल पहुंच चुकी थी। पहले से जानकारी होने के कारण अस्पताल प्रबंधन ने भी तैयारी पूरी कर ली थी। सेंट्रल लैब के उपकरणों सहित ब्लड जांच कक्ष में पूरी व्यवस्था की गई थी। टीम अस्पताल में दोपहर 3 बजे तक सेंट्रल लैब की खाक छानती रही। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे थे।
सेंट्रल लैब की जांच के लिए चार सदस्यीय डाक्टरों की टीम पहुंची थी। जांच रिपोर्ट तैयार की गई है। इसके आधार पर लैब की सुदृढ़ीकरण के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी। रिपोर्ट गोपनीय रहती है।
डॉ. प्रदीप बेक, अधीक्षक मेडिकल कॉलेज अस्पताल