प्रधानपाठ बैराज से मिले पानी
ग्रामीण कृषक कृष्णा वर्मा, डोमन सिंह वर्मा, खेलन सिंह नेताम, थान सिंह वर्मा, हेमराज वर्मा, भुवनेश्वर प्रसाद, रामविलास, तिलोकचंद नागपुरे, संतराम साहू, कालूराम साहू, दयाराम ठाकुर, कोदूराम शांडिल्य, घनश्याम ठाकुर सहित बड़ी संख्या में कृषकों ने बताया कि इस समस्या से प्रधानपाठ बैराज निजात दिला सकता है। प्रधानपाठ बैराज से नाली निर्मित कर यह समस्या दूर की जा सकती है क्योंकि बैराज एक बार वर्षा होने पर भर गया और गेट खोला गया व्यर्थ में पानी बह गया जिसे छोटे-छोटे बांधों में नाली बनाकर स्थापित किया जा सकता था।
ग्रामीण कृषक कृष्णा वर्मा, डोमन सिंह वर्मा, खेलन सिंह नेताम, थान सिंह वर्मा, हेमराज वर्मा, भुवनेश्वर प्रसाद, रामविलास, तिलोकचंद नागपुरे, संतराम साहू, कालूराम साहू, दयाराम ठाकुर, कोदूराम शांडिल्य, घनश्याम ठाकुर सहित बड़ी संख्या में कृषकों ने बताया कि इस समस्या से प्रधानपाठ बैराज निजात दिला सकता है। प्रधानपाठ बैराज से नाली निर्मित कर यह समस्या दूर की जा सकती है क्योंकि बैराज एक बार वर्षा होने पर भर गया और गेट खोला गया व्यर्थ में पानी बह गया जिसे छोटे-छोटे बांधों में नाली बनाकर स्थापित किया जा सकता था।
जिलाधीश करें पहल
क्षेत्र के किसानों को प्रधान पाठ बैराज के पानी की काफी उम्मीद थी। शासन से बार-बार निवेदन करने के बाद भी नाली का निर्माण नहीं किया गया। बहुर सिंह लहरें सहित बहुत से ग्रामीणों ने जिलाधीश से इस दिशा में तत्काल पहल की मांग की है। अन्यथा अकाल की मार से बचने का उपाय ढूंढने की मांग भी की है। ग्रामीण अकाल के भय से बहुत चिंतित हैं।
क्षेत्र के किसानों को प्रधान पाठ बैराज के पानी की काफी उम्मीद थी। शासन से बार-बार निवेदन करने के बाद भी नाली का निर्माण नहीं किया गया। बहुर सिंह लहरें सहित बहुत से ग्रामीणों ने जिलाधीश से इस दिशा में तत्काल पहल की मांग की है। अन्यथा अकाल की मार से बचने का उपाय ढूंढने की मांग भी की है। ग्रामीण अकाल के भय से बहुत चिंतित हैं।
घोषणा के बाद भी नहीं बन पाई सड़क
बोरतलाव. आदिवासी अंचल के बड़े ग्राम बोरतलाव में प्रवेश के मुख्य मार्ग में कीचड़ से ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम के सरपंच अंजना नंदेश्वर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने बताया कि बोरतलाव के प्रवेश के वन विभाग के नाके के समीप सड़क का बुरा हाल है। डामरीकरण की घोषणा के बाद भी अब तक मार्ग निर्माण प्रारंभ नहीं हुआ है। बारिश में कीचड़ होने से नागरिकों को आवागमन में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के दोनों ओर नाली का निर्माण भी नहीं हुआ है जिससे पानी सड़क पर बहता है और दिनों दिन सड़क की स्थिति खराब होते जा रही है।
बोरतलाव. आदिवासी अंचल के बड़े ग्राम बोरतलाव में प्रवेश के मुख्य मार्ग में कीचड़ से ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम के सरपंच अंजना नंदेश्वर सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने बताया कि बोरतलाव के प्रवेश के वन विभाग के नाके के समीप सड़क का बुरा हाल है। डामरीकरण की घोषणा के बाद भी अब तक मार्ग निर्माण प्रारंभ नहीं हुआ है। बारिश में कीचड़ होने से नागरिकों को आवागमन में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क के दोनों ओर नाली का निर्माण भी नहीं हुआ है जिससे पानी सड़क पर बहता है और दिनों दिन सड़क की स्थिति खराब होते जा रही है।