बैठक में लिपिक द्वारा दवाई के क्रय आदेशों में की गई घोर लापरवाही व अनियमितता से संबंधित विषयों पर चर्चा की जाएगी। वहीं इस संबंध में तत्कालीन लिपिक साहू को स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। चंूकि दवाई फर्म भुगतान के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर दबाव बना रहे हैं।
ज्ञात हो कि उक्त लिपिक ने क्रय लिपिक के पद पर रहते हुए विभिन्न फर्मों से गलत ढंग से दवाई मंगवा ली थी। आरोप लगा था कि लिपिक साहू ने बिना टेंडर व बिना कोटेशन जारी किए ही दवाई खरीदी कर ली थी। दवाई विक्रेताओं को क्रय आदेश भी जारी नहीं किया गया। वहीं इन दवाइयों को स्टाक मिलान भी नहीं करने का खुलासा हुआ था। इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन से हुई थी। कलक्टर ने अचानक अस्पताल का दौरा किया और उक्त लिपिक पर कार्रवाई के आदेश दे दिए थे। उक्त लिपिक को सस्पेंड किया गया था। बाद में उसकी बहाली भी कर दी गई है। बैठक में लिपिक को सभी दस्तावेज सहित उपस्थित होने आदेश जारी किया गया है।
बैठक में रहेंगे ये सब मौजूद बैठक में क्रय समिति के अध्यक्ष डॉ. आरएस ठाकुर, भंडार अधिकारी डॉ. अजय कोसम, रेडियोलाजिस्ट डॉ. राजेश पटेल, लेखापाल टीएन श्रीवास्तव, स्टीवर्ट देवेंद्र तिवारी, क्रय लिपिक अरविंद कुमार वाहने, स्टोरकीपर प्रगति सुरे मौजूद रहेंगे। वहीं जिन कंपनियों से दवाई खरीदी गई उसके प्रोपराइटर्स भी मोजूद रहेंगे, जिसमें मेसर्स मेकेनिक्स, साईटिफिक ट्रेडर्स रायपुर, अरिहंत मेडिकोज राजनांदगांव, करंडे मेडिकल स्टोर्स, सायमा मेडिकल एंड सर्जिकल रायपुर, हितेंद्र इंटरप्राईजेस रायपुर, विजय मेडिकल स्टोर्स राजनांदगांव, विजय फार्मास्यूटिकल्स राजनांदगांव, फार्माडील रायपुर, श्रीजय एजेंसीज रायपुर, एके इन्टरप्राईजेस जबलपुर, विजय ट्रेडर्स राजनांदगांव आदि शामिल हैं।