16 नवम्बर को आरोपी पिता ने बालिका के गुम होने की शिकायत की थी। शनिवार को प्रेसवार्ता में मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी एसपी यदुवल्ली अक्षय कुमार ने बताया कि 16 नवम्बर को 6 माह के मासूम बालिका के बिस्तर से गुम होने की शिकायत उसके पिता आत्माराम कोठारी ने पुलिस में की थी। पुलिस जब मामले की छानबीन कर रही थी, उसके पांच दिन बाद बोगाटोला के जोगीडबरी में गुम मासूम बच्ची की लाश कपड़े में लिपटी हुई मिली। प्रथम दृष्टया पुलिस ने हत्या के आधार पर मामला पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की। पुलिस ने मृत बालिका के मां व पिता से अलग-अलग बयान लिया। पिता आत्माराम कोठारी ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर बच्ची की हत्या करने की बात कबूल की।
रात को किसी से मिलने गई थी महिला
एसपी अक्षय कुमार ने बताया कि 15 नवम्बर की रात को आरोपी आत्माराम परिवार के साथ खाना खाकर सोने चले गया। रात करीब 11 बजे बालिका के रोने की आवाज आई। इस दौरान पिता आत्माराम नींद से जाग गया और देखा तो बेटी बिस्तर में अकेली है और उसकी पत्नी बिस्तर से गायब थी। पति आत्माराम ने कोठार की ओर जाकर देखा तो उसकी पत्नी रीना कोठारी किसी दूसरे पुरुष के साथ नजर आई।
दरवाजे की आवाज सुनकर भाग गया
दरवाजे की आवाज सुनकर वहां मौजूद पुरुष मौके से भाग गया। इस दौरान आत्मराम ने अपनी पत्नी रीना को गैर पुरुष के संबंध में पूछा तो उसने एतराम खांडेकर नामक व्यक्ति का जिक्र किया। इस दौरान पति ने दोनों के बीच कब से संबंध होने की बात कही तो पत्नी रीना के द्वारा दो से ढाई साल बताने पर पति आत्माराम आक्रोशित हो गया और बच्ची को नाजायज बताते हुए मौके पर रखे फावड़े से बच्ची के कनपट्टी में जोरदार हमला कर दिया।
गुमराह करने थाने में रिपोर्ट लिखवाई
घटना में बालिका की मौके पर ही मौत हो गई। मौत होने पर वैवाहिक जीवन को बचाने पत्नी रीना कोठारी भी लाश को ठिकाने लगाने में पति का साथ दी और घर से नया कपड़ा लाकर बच्ची के शव को उसमें लपटे कर पति को दिया। पति आत्माराम साक्ष्य छिपाने बालिका की लाश को जोगी डबरी में फेंककर वापस घर लौट आया। पति-पत्नी ने परिवार व पुलिस को गुमराह करने थाना में बेटी के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस हत्या के मामले में पति आत्माराम कोठारी व पत्नी रीना कोठारी पर अपराध दर्ज कर गिरफ्तारी के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। मामले में आगे भी जांच होगी।