मिली जानकारी अनुसार मंगलवार देर शाम को जंगलपुर बीट अंतर्गत आने वाले ग्राम मगरकुंड के कुछ ग्रामीणों ने तेंदुए का शव मगरकुंड से पैलिमेटा जाने वाले मार्ग में तालाब के पास देखा। जिसकी जानकारी तुरंत पैलिमेटा वन सर्किल में जाकर डिप्टी रेंजर नरेश कुमार चंद्रवंशी को दिया। जिसके बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया। आनन फानन में पूरा खैरागढ़ वन मंडल के अधिकारी और कर्मचारी घटना स्थल पर पहुंच गए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांव के ही कुछ लोगों को वन विभाग के अधिकारियों ने शक के आधार पर पूछताछ कर रहे हैं। तेंदुए मादा थी और लगभग ढाई साल की थी। तेंदुए के सर कपाल से चमड़ी और दांत गायब थे जिससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि जादू टोने के नाम से अंजाम दिया होगा।
पोस्टमार्टम के लिए गंडई के डॉ. संदीप इंदुल्कर और जिले की महिला डॉक्टर को बुलाया गया था। लगभग 11 बजे दुर्ग वृत्त चीफ डॉ. शालिनी रैना भी स्पॉट पर पहुंच गई। खैरागढ़ के डीएफओ संजय यादव मौके पर उपस्थित रहे। गंडई से एसडीओ सहित प्रभारी रेंजर एसएन ठाकुर एवम वन विभाग के अधिकांश अधिकारी और कर्मचारी मौके पर उपस्थित थे। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर बाद मृत तेंदुए का अंतिम संस्कार किया गया।