ज्ञात हो कि 17 फरवरी को अत्याधुनिक रोपवे का गुड्स ट्राली लगभग 60 की ऊंचाई से टूटकर गिर गई। इस हादसे में ट्राली में सवार 34 वर्षीय मजदूर हरनसिंगी निवासी गोपीराम पटौदी की दर्दनाक मौत हो गई थी। उक्त कर्मचारी मंदिर में ऊपर रॉड लेकर गया था और गुड्स ट्राली में बैठकर वह वापस लौट रहा था, इसी दौरान तकरीबन 7.30 बजे यह घटना हुई थी।
पुलिस जांच में प्रथम दृष्टया मंदिर समिति में पदस्थ पदाधिकारियों की लापरवाही और मनमानी सामने आई। इसके बाद पदाधिकारी अध्यक्ष नारायण अग्रवाल, उपाध्यक्ष रधुवर अग्रवाल, मंत्री नवनीत तिवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि उक्त रोपवे को बिना तक्नीशियन के संचालित किया जा रहा था, फिलहाल इसे चलाने की अनुमति भी नहीं मिली थी। इस हादसे के बाद प्रशासन ने रोपवे को सील कर दिया है। एलेग्जेंडर कीरो, टीआई डोंगरगढ़ ने बताया कि बिना टेक्नीशियन टीम के ट्राली में माल ढुलाई का कार्य किया जा रहा था, जिसमें वापसी के दौरान एक मजदूर की रोपवे ट्राली टूूटने से मृत्यु हो गई थी, मामले में ट्रस्ट के तीन पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।