तीन सौ विद्यार्थियों ने लगाई मदद की गुहार
विभा ने भी 'पत्रिकाÓ को व्हाटसएप वीडियो भेज इसे शासन तक पहुंचाने और यूक्रेन से किसी तरह बाहर निकालने अपील की है। विभा सहित फंसे छात्र किसी भी तरह वापसी के लिए प्रयासरत है। विभा ने बताया कि उसके साथ भिलाई के चार और ओडि़सा के 7 छात्राएं सहित 3 सौ के करीब विद्यार्थी बेसमेंट नुमा बंकर में फंसे हैं। वहां सिर्फ बैठने की व्यवस्था हो रही है। बेसमेंट में पहुंचने से पहले छात्र केवल एक एक बैग लेकर ही वहां पहुंचे थे।
विभा ने भी 'पत्रिकाÓ को व्हाटसएप वीडियो भेज इसे शासन तक पहुंचाने और यूक्रेन से किसी तरह बाहर निकालने अपील की है। विभा सहित फंसे छात्र किसी भी तरह वापसी के लिए प्रयासरत है। विभा ने बताया कि उसके साथ भिलाई के चार और ओडि़सा के 7 छात्राएं सहित 3 सौ के करीब विद्यार्थी बेसमेंट नुमा बंकर में फंसे हैं। वहां सिर्फ बैठने की व्यवस्था हो रही है। बेसमेंट में पहुंचने से पहले छात्र केवल एक एक बैग लेकर ही वहां पहुंचे थे।
बेसमेंट में छिपे हैं
सामान सहित अन्य व्यवस्था भी पिछले 24 घंटें में नहीं हो पा रही है। फोन पर माता-पिता और घर वालों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इंटरनेट काफी धीमा चल रहा है, जिससे ले देकर मेसेज में बात हो पा रही है। हमले को लेकर बेसमेंट में मौजूद सभी छात्राएं काफी डरे और सहमे हुए हैं। स्थानीय स्तर पर भी उन्हें कोई सहायता नहीं मिल पा रही है।
सामान सहित अन्य व्यवस्था भी पिछले 24 घंटें में नहीं हो पा रही है। फोन पर माता-पिता और घर वालों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इंटरनेट काफी धीमा चल रहा है, जिससे ले देकर मेसेज में बात हो पा रही है। हमले को लेकर बेसमेंट में मौजूद सभी छात्राएं काफी डरे और सहमे हुए हैं। स्थानीय स्तर पर भी उन्हें कोई सहायता नहीं मिल पा रही है।

रूस के हमले शुरू होने के चलते विभा के परिजनों ने लेदेकर वापसी की व्यवस्था बनाई थी। यूके्रन से भारत आने सामान्यत: 24 से 26 हजार रू की हवाई टिकट लगती है, लेकिन वापसी के लिए फिलहाल चल रहे विमान में विभा के परिवार ने 60 हजार रू से वापसी की टिकट बनवाई थी, विभा 1 मार्च को वापस आने वाली थी, लेकिन इससे पहले हमले शुरू हो गए और यूके्रन के एयरबेस बंद कर दिए गए हैं। हमले इसी तरह जारी रहे तो वापसी अटक जाएगी।
सरकार से लगाई मदद की गुहार
विभा के फंसने के बाद उनके माता-पिता सहित परिजन भी परेशान और हलाकान हैं। वापसी की उम्मीद धूमिल हो रही है। दूसरी ओर मेट्रो स्टेशन के बेसमेंट में बैठने के अलावा कोई व्यवस्था नहीं होने से वहां फंसे छात्रों की मुसीबतें भी बढ़ रही है। छात्राओं ने सोशल मीडिया में पत्र जारी कर सरकार से सुरक्षा के साथ वापसी की व्यवस्था बनाने की मांग की है, तो दूसरी ओर विभा के माता-पिता ने भी स्थानीय प्रशासन सहित सरकार से बच्चे की सुरक्षित वापसी को लेकर गुहार लगाई है।
विभा के फंसने के बाद उनके माता-पिता सहित परिजन भी परेशान और हलाकान हैं। वापसी की उम्मीद धूमिल हो रही है। दूसरी ओर मेट्रो स्टेशन के बेसमेंट में बैठने के अलावा कोई व्यवस्था नहीं होने से वहां फंसे छात्रों की मुसीबतें भी बढ़ रही है। छात्राओं ने सोशल मीडिया में पत्र जारी कर सरकार से सुरक्षा के साथ वापसी की व्यवस्था बनाने की मांग की है, तो दूसरी ओर विभा के माता-पिता ने भी स्थानीय प्रशासन सहित सरकार से बच्चे की सुरक्षित वापसी को लेकर गुहार लगाई है।
वहां कोई व्यवस्था नहीं
एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही विभा ने बताया कि यूके्रन में गुरूवार से हमले शुरू हो गए हैं। कई इमारतों में इसका प्रभाव पड़ा है, जिस इलाके में वे रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उस इलाके में भी बमबारी हो रही है। ऐसे में जान बचाने मेट्रो स्टेशन के नीचे बने बेसमेंट में बंकरनुमा स्थान में देश के विभिन्न इलाकों से आए डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली छात्राएं सिमट कर वहां से निकलने का प्रयास कर रही हैं।
एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही विभा ने बताया कि यूके्रन में गुरूवार से हमले शुरू हो गए हैं। कई इमारतों में इसका प्रभाव पड़ा है, जिस इलाके में वे रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। उस इलाके में भी बमबारी हो रही है। ऐसे में जान बचाने मेट्रो स्टेशन के नीचे बने बेसमेंट में बंकरनुमा स्थान में देश के विभिन्न इलाकों से आए डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली छात्राएं सिमट कर वहां से निकलने का प्रयास कर रही हैं।