scriptरात में खाया कुछ ऐसा, एक ही परिवार के पांच लोग हो गए फूड प्वाइजनिंग के शिकार, महिला की हालत गंभीर | Five people from the same family become victims of food poisoning | Patrika News

रात में खाया कुछ ऐसा, एक ही परिवार के पांच लोग हो गए फूड प्वाइजनिंग के शिकार, महिला की हालत गंभीर

locationराजनंदगांवPublished: Sep 07, 2019 12:01:47 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

डोंगरगढ़ क्षेत्र के मोहारा चौकी क्षेत्र के ग्राम जगन्नाथपुर में एक ही परिवार के पांच लोग सुख्शा भाजी खाकर फूड प्वाइजनिंग (food poisoning in CG) के शिकार हो गए हैं।

रात में खाया कुछ ऐसा, एक ही परिवार के पांच लोग हो गए फूड प्वाइजनिंग के शिकार, महिला की हालत गंभीर

रात में खाया कुछ ऐसा, एक ही परिवार के पांच लोग हो गए फूड प्वाइजनिंग के शिकार, महिला की हालत गंभीर

राजनांदगांव. डोंगरगढ़ क्षेत्र के मोहारा चौकी क्षेत्र के ग्राम जगन्नाथपुर में एक ही परिवार के पांच लोग सुख्शा भाजी खाकर फूड प्वाइजनिंग (food poisoning in Rajnandgaon) के शिकार हो गए हैं। सभी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Rajnandgaon Medical college hospital) में भर्ती कराया गया है, जिनमें से एक महिला की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
महिला की स्थिति गंभीर
पीडि़तों में रूखमनी पति जितेंद्र वर्मा (21), अनुपा पति नरेंद्र वर्मा (25), चैतु पिता दुखुराम वर्मा (50), जितेंद्र पिता चैतू राम वर्मा (23), नरेंद्र पिता चैतू राम (28) शामिल है। इन्हें शुक्रवार शाम को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें अनुपा बाई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
बिना लाइसेंस संचालित हो रहा अस्पताल

राजनांदगांव स्वास्थ्य विभाग (CG Health Department) से लाइसेंस लिए बिना ही शहर के ममता नगर में अस्पताल (Hospital in Rajnandgaon) संचालित करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मामले की शिकायत होने के बाद प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसआर बंजारे ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। बड़ी बात यह कि उक्त अस्पताल में पिछले दिनों एक युवती का ऑपरेशन भी कर दिया गया। जबकि इस तरह के ऑपरेशन के लिए अस्पताल प्रबंधन को सीएमएचओ से अनुमति लेनी पड़ती है। सीएमएचओ ने प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।
ममता नगर में संचालित वीवाय केयर हॉस्पिटल बिना लाइसेंस धड़ल्ले से संचालित हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग में मामले की शिकायत होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। मिली जानकारी अनुसार अस्पताल ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया हुआ है, लेकिन अब तक लाइसेंस नहीं मिला है। इसके बाद भी डाक्टर वहां रोजाना ओपीडी व मरीजों को भर्ती कर धड़ल्ले से इलाज कर रहे हैं, जो कि नियम विपरीत है।
पिछले दिनों इसी अस्पताल में गर्भाशय के चलते परेशानी से जूझ रही एक युवती का ऑपरेशन कर गर्भाशय निकाला गया है, हालांकि उक्त युवती बेहद परेशानियों से जूझ रही थी। इसलिए वहां के डाक्टरों ने सराहनीय कार्य किया है, लेकिन बिना लाइसेंस अस्पताल संचालित करना गैरकानूनी है। मिली जानकारी अनुसार इसके लिए सुप्रीमकोर्ट ने गाइड लाइन जारी किया है। उसका पालन अनिवार्य होता है।
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मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि युवती बेहद परेशानियों से जूझ रही थी, उनकी सहतति के बाद सरपंच व सीएमएचओ से अनुमति लेकर ऑपरेशन किया गया है। सीएमएचओ डॉ. एसआर बंजारे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से अस्पताल संचालन के लिए वीवाय केयर हास्पीटल को लाइसेंस जारी नहीं किया गया है। बिना लायसेंस ओटी शुरू करना गैरकानूनी है। इसके लिए प्रबंधन को नोटिस जारी कर चिकित्सकीय कार्य तत्काल बंद करने निर्देशित कर जवाब तलब किया गया है।
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