नपाउपाध्यक्ष रामाधार रजक ने बताया कि पेयजल व्यवस्था के लिए पाइपलाइन में लगाए जाने वाले स्लूज वाल में पीतल स्पेंडल वाल को पूराने दर पर पहले 28 सौ रू में खरीदा गया था। अभी हुई खरीदी में स्लूज वाल में लोहे वाले स्पेंडल की कीमत 85 सौ है जबकि लोहे के मुकाबले पीतल वाला ज्यादा मंहगा होना चाहिए। इसी तरह हैंडपंप हेड पुराने दर पर 9 सौ रू में खरीदा गया था जिसकी दर अब बिना मार्का के ही 26 सौ रू हो गया है। 6 इंची ज्वांइट जिससे पाइप जोड़ा जाता है पहले 7 सौ की खरीदी थी जिसकी कीमत अब 1250 रू तथा 3 इंची ज्वाइंट पहले 350 के मुकाबले 855 रू कीमत मे भेजा गया है। जल प्रदाय विभाग में 18 प्रकार के सामानों की खरीदी के लिए लगभग 7 लाख रू खर्च किए गए है लेकिन सभी सामानों की कीमत दूगनी और तिगुनी है। पार्षदों ने इसकी गुणवत्ता जांच के साथ पुराने दर से मिलान के बाद परिषद की स्वीकृति के बाद ही इसका भुगतान करने की मांग सामने रखी है। पार्षदों ने नियमों का हवाला देकर भी इसका पालन नही किए जाने को लेकर नाराजगी जताते कहा कि पालिका और शहर के हित में जांच और कार्यवाही जरूरी है।
पार्षदों ने कहा कि पोर्टल से की गई सामाग्री क्रय में कई शिकायतें सामने आ रही है। पार्षदों ने कहा कि खरीदी गई सामाग्री गुणवत्ताहीन है। निर्धारित दर से दुगनी और तीगुनी कीमत में इसकी खरीदी की गई है जो सीधे तौर पर छग भंडार क्रय नियम 2002 के विपरीत है। नपा उपाध्यक्ष रामाधार रजक ने बताया कि खरीदे गए सामानों के पूर्तिकर्ता फर्म के द्वारा दिए गए सामाग्री शासन के शर्तो के अनुसार तथा निर्धारित तकनीकी मापदंडों को पूरा नही करता है। पार्षदों ने अधिकारियों से सीधे तौर पर खरीदी की गई सामाग्रियों की गुणवत्ता की जांच प्राधिकृत तकनीकी अधिकारी से कराए जाने की मांग करते कहा कि गुणवत्ता पूर्ण सामाग्री पाए जाने पर एवं पूर्व में खरीदे गए वार्षिक निविदा दर से मिलान के बाद ही पूर्तिकर्ता फर्म को परिषद की बैठक में भुगतान की स्वीकृति के बाद ही सामाग्री का भुगतान किया जाए।
उपाध्यक्ष नगरपालिका परिषद खैरागढ़, रामाधार रजक ने कहा कि दुगने और तीगुने दर पर शासकीय खरीदी दिखाकर पालिका और जनता के आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है। इसमें व्यापक कमीशन खोरी की बू आ रही है, जांच होनी चाहिए।