ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
एसडीएम सीपी बघेल को सौपे ज्ञापन में सुनील पांडें की अगुवाई में संतराम, दिनेश, संतुराम, मुकेश, रोहित, नीरज वर्मा, गिरधर सिंह, राधेलाल वर्मा आदि ने बताया कि ग्राम लछना में प्रधानपाठ निर्माण के दौरान कृषकों की भूमि एवं मकान डुबान क्षेत्र में आया था। वे लोग बेघर हो गए, तथा उनकी आय की कृषि भूमि भी डुबान क्षेत्र में आ गई। कृषकों के निवास के लिए आवासी पट्टा वर्ष 2000 में प्रदान किया गया था।
एसडीएम सीपी बघेल को सौपे ज्ञापन में सुनील पांडें की अगुवाई में संतराम, दिनेश, संतुराम, मुकेश, रोहित, नीरज वर्मा, गिरधर सिंह, राधेलाल वर्मा आदि ने बताया कि ग्राम लछना में प्रधानपाठ निर्माण के दौरान कृषकों की भूमि एवं मकान डुबान क्षेत्र में आया था। वे लोग बेघर हो गए, तथा उनकी आय की कृषि भूमि भी डुबान क्षेत्र में आ गई। कृषकों के निवास के लिए आवासी पट्टा वर्ष 2000 में प्रदान किया गया था।
भूमि आबंटन एवं निर्माण राशि भी अप्राप्त
उन पटटाधारियों के भी मकान डुबान में आने से अधिकतर लोगों को अपनी कृषि भूमि एवं मकान से विरक्त होना पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि जिनके मकान डुबान क्षेत्र में आए थें उन्हें मुआवजा राशि के रूप में 6 लाख 61 हजार रू प्रत्येक परिवार को देना निर्धारित किया गया था लेकिन डुबान क्षेत्र में आने वाले किसानो एवं बेघर लोगों को मुआवजा राशि अब तक नहीं मिली है। प्रधान पाठ बैराज के डुबान क्षेत्र में आने वाले ऐसे ग्रामीण जिनकी आयु 22 वर्ष पूर्ण हो गई हो उन्हें निवास के लिए भूमि आबंटन एवं निर्माण राशि देने शासन द्वारा निर्धारित किया था जो कि अब तक प्राप्त नहीं हो पाई है।
उन पटटाधारियों के भी मकान डुबान में आने से अधिकतर लोगों को अपनी कृषि भूमि एवं मकान से विरक्त होना पड़ा है। ग्रामीणों ने बताया कि जिनके मकान डुबान क्षेत्र में आए थें उन्हें मुआवजा राशि के रूप में 6 लाख 61 हजार रू प्रत्येक परिवार को देना निर्धारित किया गया था लेकिन डुबान क्षेत्र में आने वाले किसानो एवं बेघर लोगों को मुआवजा राशि अब तक नहीं मिली है। प्रधान पाठ बैराज के डुबान क्षेत्र में आने वाले ऐसे ग्रामीण जिनकी आयु 22 वर्ष पूर्ण हो गई हो उन्हें निवास के लिए भूमि आबंटन एवं निर्माण राशि देने शासन द्वारा निर्धारित किया था जो कि अब तक प्राप्त नहीं हो पाई है।
समस्याओं से कराया अवगत
ग्रामीणों ने सौपे ज्ञापन में बताया कि लछना के किसान मंथिर लोधी की भूमि 4.77 एकड़ को सिंचाई विभाग द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया लेकिन उसके राजस्व अभिलेख में उसका नाम दर्ज है, जमीन अधिग्रहण के बावजूद उसे राशि का भुगतान अभी तक नही किया गया है। उक्त किसान ने शास. निर्धारित दर के अनुसार अविलंब राशि के भुगतान की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त भूमि जो सिचाई विभाग ने अधिग्रहण ही है उस जगह पर बच्चों के खेल मैदान का निर्माण कराने एवं शेषभूमि में उुबान क्षेत्र में आने वाले लोगों के आवास के लिए आंबटन किया जाये साथ ही आवागमन के लिए सड़क निर्माण एवं पानी निकासी के लिए नाली निर्माण कराया जाए। ज्ञापन में ग्रामीणों ने नए लक्षणा मे पेयजल व्यवस्था नही होने पर भटकने की परेशानी बताते अविलंब व्यवस्था करने, तथा प्रधानपाठ बैराज के चलते हो रही परेशानियों पर त्वरित कार्रवाई की मांग कर मुआवजा राशि तथा आवासीय व्यवस्था करने की मांग की है।
ग्रामीणों ने सौपे ज्ञापन में बताया कि लछना के किसान मंथिर लोधी की भूमि 4.77 एकड़ को सिंचाई विभाग द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया लेकिन उसके राजस्व अभिलेख में उसका नाम दर्ज है, जमीन अधिग्रहण के बावजूद उसे राशि का भुगतान अभी तक नही किया गया है। उक्त किसान ने शास. निर्धारित दर के अनुसार अविलंब राशि के भुगतान की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त भूमि जो सिचाई विभाग ने अधिग्रहण ही है उस जगह पर बच्चों के खेल मैदान का निर्माण कराने एवं शेषभूमि में उुबान क्षेत्र में आने वाले लोगों के आवास के लिए आंबटन किया जाये साथ ही आवागमन के लिए सड़क निर्माण एवं पानी निकासी के लिए नाली निर्माण कराया जाए। ज्ञापन में ग्रामीणों ने नए लक्षणा मे पेयजल व्यवस्था नही होने पर भटकने की परेशानी बताते अविलंब व्यवस्था करने, तथा प्रधानपाठ बैराज के चलते हो रही परेशानियों पर त्वरित कार्रवाई की मांग कर मुआवजा राशि तथा आवासीय व्यवस्था करने की मांग की है।