प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उक्त रेत से भरी हाइवा चौकी दिशा से राजनांदगांव की ओर जाने के लिए अंधाधुंध गति से आ रहा था। इसी दौरान उसने उक्त फल दुकान को ठोकर मार दी। हालांकि घटना के बाद वहां भीड़ जमा हो गई थी। वहीं वाहन मालिक व फ ल व्यवसायी के बीच आपसी समझौते की बात सामने आई थी जबकि घटना की सूचना पुलिस को भी मौके से प्रत्यक्षदर्शियों ने दिया था। घटना के लगभग दो घंटे के बाद मौके से रवाना होने के बाद ट्रक को एक पुलिस अधिकारी के व्दारा थाने के सामने रोका भी गया था परन्तु इस मामले में थाने में अब तक कोई भी कार्यवाही किये जाने की सूचना नहीं है।
रेत के अवैध परिवहन में रोज हो रहे हैं हादसे नगर से गुजरने वाले स्टेट हाइवे में आये दिन भारी वाहनों विशेष रूप से अवैध रेत परिवहन करने वाले वाहनों से दुर्घटनाओं की खबर अब आम हो गई है. बीते गुरूवार सुबह थाना क्षेत्रांतर्गत समीपस्थ ग्राम आमगांव में भी रेत से भरी हाईवे के सड़क के बीचों बीच पलटने के कारण रेत पूरे सड़क पर फैल गया था। नतीजा यह कि एक दर्जन से अधिक छोटी घटनाएं उक्त रेत के कारण घटित हुई है। इसी प्रकार बीते दिनों नगर के नर्सरी के समीप देर रात रेत से भरी हाइवा के डिवाइडर में चढ़ जाने की घटना सामने आयी थी। इससे पहले भी इन रेत भरे वाहनों के खूनी रतार से चलने के कारण अनेक हादसे हो रहे हैं। हालांकि अधिकतर मामले आपसी मान-मनौव्वल में निपटा लिये जाते हैं। जबकि इसकी सूचना व जानकारी पुलिस तक भी पहुंचती है।
मानपुर क्षेत्र में हो रही है अवैध निकासी राज्य व केन्द्रीय शासन के बनाए नियमों के अनुसार 15 जून के बाद सभी रेत खदानों को बंद कर दिया गया है और खनिज विभाग के द्वारा कोई भी रायल्टी पर्ची जारी नहीं की गई है, परन्तु मानपुर के तोलूम व पानाबरस सहित अन्य क्षेत्रों से भारी मात्रा में रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन बेरोकटोक जारी है। इनमें से अधिकतर अवैध परिवहन में संलिप्त वाहन नगर से होकर गुजरते हैं। इस संदर्भ में शुक्रवार को घटित दुर्घटना के वाहन चालक ने बताया कि वह देर रात तोलूम पानाबरस से रेत लोडिंग कर सुबह होने के पहले राजनांदगांव पहुंचना चाह रहा था। इससे स्पष्ट है कि रेत चोरी का धंधा दिन रात जारी है परन्तु शासन प्रशासन के मौन सहमति के चलते रेत माफियाओं के हौसले बुलंद है।