वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी खराब
हाई स्कूल में बने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पूरी तरह फ्लॉप है दिखावा मात्र इसे लगाया गया है न ही नीचे में गढ्डे खोदे गए हैं जहां गढ्डा है वहां नहीं पहुंचता पानी। ठेकेदार ने मात्र खानापूर्ति किया है शौचालय के पानी दीवार से बाहर निकल रहा है जिससे वहां गंदगी पसर रहा है। नवनिर्मित हाई स्कूल के दीवाल भी कमजोर है। यहां पर स्वक्षता जैसे बच्चों की जानकारी के लिए पेड़ पौधा या दीवार को सजाने शिक्षकों के द्वारा बोर्ड लगाते हैं। वह भी टिक नहीं पाता और हवा के झोंकों में निकल कर नीचे गिर जा रहा है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दीवाल की मजबूती कितनी है।
हाई स्कूल में बने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पूरी तरह फ्लॉप है दिखावा मात्र इसे लगाया गया है न ही नीचे में गढ्डे खोदे गए हैं जहां गढ्डा है वहां नहीं पहुंचता पानी। ठेकेदार ने मात्र खानापूर्ति किया है शौचालय के पानी दीवार से बाहर निकल रहा है जिससे वहां गंदगी पसर रहा है। नवनिर्मित हाई स्कूल के दीवाल भी कमजोर है। यहां पर स्वक्षता जैसे बच्चों की जानकारी के लिए पेड़ पौधा या दीवार को सजाने शिक्षकों के द्वारा बोर्ड लगाते हैं। वह भी टिक नहीं पाता और हवा के झोंकों में निकल कर नीचे गिर जा रहा है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दीवाल की मजबूती कितनी है।
स्वयं के खर्चे से कराए मरम्मत कार्य
शिक्षकों के द्वारा बहुत चीजों की स्वयं मरम्मत कराया गया हैं जैसे शौचालय की बद्तर स्थिति को देखते हुए शिक्षकों ने स्वयं दूसरे मिस्त्री को बुलाकर कार्य कराया। वही स्कूल में फेंसिंग तार से बाउंड्री किया है जिसे भी हाई स्कुल के शिक्षकों द्वारा ही कराए जाने का पता चला है। फिलहाल ठेकेदार के द्वारा हाईस्कूल भवन निर्माण में खानापूर्ति की गई है जिसकी प्रशासनिक जांच कर उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
शिक्षकों के द्वारा बहुत चीजों की स्वयं मरम्मत कराया गया हैं जैसे शौचालय की बद्तर स्थिति को देखते हुए शिक्षकों ने स्वयं दूसरे मिस्त्री को बुलाकर कार्य कराया। वही स्कूल में फेंसिंग तार से बाउंड्री किया है जिसे भी हाई स्कुल के शिक्षकों द्वारा ही कराए जाने का पता चला है। फिलहाल ठेकेदार के द्वारा हाईस्कूल भवन निर्माण में खानापूर्ति की गई है जिसकी प्रशासनिक जांच कर उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
ठेकेदार ने बरती लापरवाही
सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत पिनकापार, अशोक मरकाम ने कहा कि तीन सालों तक हाई स्कूल भवन की देखरेख करने ठेकेदार ने कहा था लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद से चेहरा भी नहीं दिखा है। कई बार फोन करने पर आऊंगा कहते हैं पर अभी तक नहीं आए। ऐसे लापरवाही बरतने वाले कंट्रक्शन ठेकेदार को ठेका ही नहीं दिया जाना चाहिए।
सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत पिनकापार, अशोक मरकाम ने कहा कि तीन सालों तक हाई स्कूल भवन की देखरेख करने ठेकेदार ने कहा था लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद से चेहरा भी नहीं दिखा है। कई बार फोन करने पर आऊंगा कहते हैं पर अभी तक नहीं आए। ऐसे लापरवाही बरतने वाले कंट्रक्शन ठेकेदार को ठेका ही नहीं दिया जाना चाहिए।