scriptएक करोड़ की लागत से निर्मित हाईस्कूल भवन की 3 महीने में ही खुली पोल | High school building constructed at a cost of one crore opened in 3 mo | Patrika News

एक करोड़ की लागत से निर्मित हाईस्कूल भवन की 3 महीने में ही खुली पोल

locationराजनंदगांवPublished: Aug 20, 2019 10:21:07 pm

Submitted by:

Nakul Sinha

छुरिया विकासखंड के ग्राम पंचायत पिनकापार का मामला

patrika

खानापूर्ति… ग्राम पिनकापार में निर्मित हाईस्कूल भवन में गड़बड़ी उजागर।

राजनांदगांव / सड़क-चिरचारी. छुरिया विकासखंड के ग्राम पंचायत पिनकापार में हाल ही में बने करीबन एक करोड़ रुपए की लागत से हाईस्कूल भवन में ठेकेदार के द्वारा खानापूर्ति कर निर्माण कार्य को कराए जाने की जानकारी मिल रही है, जो मात्र 3 माह में ही भवन की स्थिति बदहाल हो रही है। जगह-जगह दीवारों में दरारें दिख रही है। यह मामला ग्राम पंचायत पिनकापार में बने हायर सेकेंडरी स्कूल को ऋतिक रिंकी कंट्रक्शन के द्वारा 84.24 लाख की लागत से भवन निर्माण कार्य कराया गया है। जहां अभी तक पोल से बिजली कनेक्शन भी नहीं हुआ है।
पुराने स्कूल भवन में लगे बिजली को तार से खींचकर नवनिर्मित स्कूल में बिजली पहुंचाया जा रहा है। वहीं खिड़की दरवाजा के वेल्डिंग भी छोड़ चुके हैं सीढ़ी के पास की सीमेंट शीट टूट चुका है जहां से पानी स्कूल में पहुंच रहा है, जिसको लेकर कई बार ठेकेदार को सरपंच के द्वारा अवगत कराने पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। कक्षा ग्यारहवीं में दीवार से छत का पानी सीपेज होकर इलेक्ट्रॉनिक बोर्ड से पानी टपक रहा है जिससे बच्चों को करंट लगने का बहुत ही खतरा है।
वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी खराब
हाई स्कूल में बने वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पूरी तरह फ्लॉप है दिखावा मात्र इसे लगाया गया है न ही नीचे में गढ्डे खोदे गए हैं जहां गढ्डा है वहां नहीं पहुंचता पानी। ठेकेदार ने मात्र खानापूर्ति किया है शौचालय के पानी दीवार से बाहर निकल रहा है जिससे वहां गंदगी पसर रहा है। नवनिर्मित हाई स्कूल के दीवाल भी कमजोर है। यहां पर स्वक्षता जैसे बच्चों की जानकारी के लिए पेड़ पौधा या दीवार को सजाने शिक्षकों के द्वारा बोर्ड लगाते हैं। वह भी टिक नहीं पाता और हवा के झोंकों में निकल कर नीचे गिर जा रहा है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दीवाल की मजबूती कितनी है।
स्वयं के खर्चे से कराए मरम्मत कार्य
शिक्षकों के द्वारा बहुत चीजों की स्वयं मरम्मत कराया गया हैं जैसे शौचालय की बद्तर स्थिति को देखते हुए शिक्षकों ने स्वयं दूसरे मिस्त्री को बुलाकर कार्य कराया। वही स्कूल में फेंसिंग तार से बाउंड्री किया है जिसे भी हाई स्कुल के शिक्षकों द्वारा ही कराए जाने का पता चला है। फिलहाल ठेकेदार के द्वारा हाईस्कूल भवन निर्माण में खानापूर्ति की गई है जिसकी प्रशासनिक जांच कर उचित कार्रवाई होनी चाहिए।
ठेकेदार ने बरती लापरवाही
सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत पिनकापार, अशोक मरकाम ने कहा कि तीन सालों तक हाई स्कूल भवन की देखरेख करने ठेकेदार ने कहा था लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद से चेहरा भी नहीं दिखा है। कई बार फोन करने पर आऊंगा कहते हैं पर अभी तक नहीं आए। ऐसे लापरवाही बरतने वाले कंट्रक्शन ठेकेदार को ठेका ही नहीं दिया जाना चाहिए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो