प्रदेश सरकार द्वारा घोषित अतिरिक्त राशि का इंतजार
शासन की सख्त निगरानी एवं कड़ा आदेश के बाद भी कई सोसायटियों में कोचियों ने किसानों के परचा के माध्यम से सैकड़ों क्विंटल धान बेचने में सफल रहे। इसके अलावा कई बड़े किसानों का धान की क्वॉलिटी खराब होने के बाद भी पहुंच एवं कुछ पैसों के बल पर अपनी उपज आसानी से तौल करवाने में सफल रहे। इस बार सैकड़ों किसानों को टोकन लेने एवं धान बेचने सोसायटियों के कई बार चक्कर लगाना पड़ा। वहीं अधिकांश किसानों की शिकायत रहती थी कि बेचे गए धान की राशि समय पर खाते में नहीं पहुंच रही है। दर्जनों बार किसानों को बेमौसम बरसात के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अब किसानों को समर्थन मूल्य के अलावा प्रदेश सरकार के द्वारा घोषित अतिरिक्त राशि की इंतजार है।
शासन की सख्त निगरानी एवं कड़ा आदेश के बाद भी कई सोसायटियों में कोचियों ने किसानों के परचा के माध्यम से सैकड़ों क्विंटल धान बेचने में सफल रहे। इसके अलावा कई बड़े किसानों का धान की क्वॉलिटी खराब होने के बाद भी पहुंच एवं कुछ पैसों के बल पर अपनी उपज आसानी से तौल करवाने में सफल रहे। इस बार सैकड़ों किसानों को टोकन लेने एवं धान बेचने सोसायटियों के कई बार चक्कर लगाना पड़ा। वहीं अधिकांश किसानों की शिकायत रहती थी कि बेचे गए धान की राशि समय पर खाते में नहीं पहुंच रही है। दर्जनों बार किसानों को बेमौसम बरसात के कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अब किसानों को समर्थन मूल्य के अलावा प्रदेश सरकार के द्वारा घोषित अतिरिक्त राशि की इंतजार है।
धान बेचने किसान एसडीएम से लेंगे स्वीकृति
सोसायटियों से जुड़े लोगों का कहना है कि जितने किसानों को टोकन वितरण किया गया है उन्ही किसानों से धान लिया जाएगा। जबकि धान बेचने के लिए टोकन प्राप्त करने एसडीएम से स्वीकृति लेना होगा। पंजीयन कराने के बाद किसानों द्वारा धान नहीं बेच पाना समझ से परे लगता है। उपरवाह सोसायटी में 1320 कृषकों से 56827.60 क्विंटल धान खरीदा गया है जो 10 करोड़ 33 लाख 40 हजार 086 रुपए का है। वहीं सोसायटी ने वितरण किए ऋण के विरुद्ध वसूली 3 करोड़ 25 लाख 25 हजार 257 रुपए किया गया है। इस वर्ष परिवहन की गति बहुत ही धीमा रहा आज भी यहां 19065.60 क्विंटल धान केंद्र में जाम है।
सोसायटियों से जुड़े लोगों का कहना है कि जितने किसानों को टोकन वितरण किया गया है उन्ही किसानों से धान लिया जाएगा। जबकि धान बेचने के लिए टोकन प्राप्त करने एसडीएम से स्वीकृति लेना होगा। पंजीयन कराने के बाद किसानों द्वारा धान नहीं बेच पाना समझ से परे लगता है। उपरवाह सोसायटी में 1320 कृषकों से 56827.60 क्विंटल धान खरीदा गया है जो 10 करोड़ 33 लाख 40 हजार 086 रुपए का है। वहीं सोसायटी ने वितरण किए ऋण के विरुद्ध वसूली 3 करोड़ 25 लाख 25 हजार 257 रुपए किया गया है। इस वर्ष परिवहन की गति बहुत ही धीमा रहा आज भी यहां 19065.60 क्विंटल धान केंद्र में जाम है।
यहां के खरीदी केंद्रों में बढ़ी आवक
इसी प्रकार धान खरीदी केंद्र बघेरा में 880 कृषकों से 5 करोड़ 18 लाख 72 हजार 575 रुपए का 28,50,340 क्विंटल धान खरीदी की गई है। और किसानों से धान बेचते ही पहले ऋण के विरुद्ध 1 करोड़ 95 लाख 2 हजार 671 रुपए की वसूली कर लिया गया है जबकि 2626.75 क्विंटल धान केंद्र में पड़ा है। वहीं पदुमतरा सोसायटी में 1740 किसानों से 10 करोड़ 55 लाख 29 हजार 722 रुपए की धान 57996.40 क्विंटल धान तौल किया गया है। यहां 4 करोड़ 33 लाख 85 हजार 737 रुपए ऋण के विरुद्ध वसूली सोसायटी के द्वारा किया गया है।
इसी प्रकार धान खरीदी केंद्र बघेरा में 880 कृषकों से 5 करोड़ 18 लाख 72 हजार 575 रुपए का 28,50,340 क्विंटल धान खरीदी की गई है। और किसानों से धान बेचते ही पहले ऋण के विरुद्ध 1 करोड़ 95 लाख 2 हजार 671 रुपए की वसूली कर लिया गया है जबकि 2626.75 क्विंटल धान केंद्र में पड़ा है। वहीं पदुमतरा सोसायटी में 1740 किसानों से 10 करोड़ 55 लाख 29 हजार 722 रुपए की धान 57996.40 क्विंटल धान तौल किया गया है। यहां 4 करोड़ 33 लाख 85 हजार 737 रुपए ऋण के विरुद्ध वसूली सोसायटी के द्वारा किया गया है।