देवांगन ट्रेडर्स के द्वारा चोरी और सीना जोरी की जा रही है। कंपनी के कथित कर्मचारियों के द्वारा न केवल बिना अनुमति अवैध खनन किया जा रहा है बल्कि बेखौफ सप्लाई भी की जा रही है। कंपनी द्वारा पिछले कई दिनों से गंडई उपतहसील की लालपुर पंचायत में स्थित तालाब से अवैध रूप से अब तक सैकड़ों ट्रक मुरुम निकाल कर सप्लाई किया जा चुकी है।
लालपुर पंचायत के तालाब से 15 दिनों में निकाली सैकड़ो ट्रक मुरूम बताया जाता है कि तालाब के अंदर पिछले 15 दिनों से जेसीबी मशीने और डंपर काम पर लगे हुए थे विगत दिनों पंचायत की सरपंच रानु पटेल ने अवैध खनन करने वाली देवांगन ट्रेडर्स के कर्मचारियों से अनुमति के दस्तावेज मांगे तो उन्हें दस्तावेज न होने का हवाला दिया। मामले को लेकर प्रशासनिक रवैया भी बेहद उदासीन है। सरपंच के द्वारा अवैध खनन को रोकने के लिए सूचना तक नहीं दी गई, जिस पर मौके पर जाकर अवैध खनन रुकवा सकें। उल्लेखनीय है कि देवांगन ट्रेडर्स कंपनी के द्वारा चौतरफा अवैध खनन किया जा रहा है। लालपुर के तालाब से मुरुम, नदियों से बजरी और आस-पास के कई इलाकों पर अवैध मिट्टी, बजरी और मुरुम का अवैध परिवहन का खेल किया जा रहा है। गंडई इलाके में यह सिलसिला सालों से चला आ रहा है, इस पर अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है।
नोटिस का नहीं हुआ निराकरण देवांगन ट्रेडर्स कंपनी के द्वारा अवैध रूप से मिट्टी और मुरुम निकालने की शिकायतें विभाग में भरी पड़ी हैं। ज्यादातर मामलों में राजस्व विभाग के द्वारा नोटिस भी काटी जा चुकी हैं परंतु इन नोटिसों का निराकरण कब किया जाएगा। शायद यह कोई बता पाने की स्थिति में नहीं है। अधिकारी हर बार नोटिस देकर मामले को भूल जाते हैं और देवांगन ट्रेडर्स के कंपनी अवैध रूप से मिट्टी और मुरुम निकालने का खेल करते रहते हैं।
लगभग 15 से 20 फिट गहरा हुआ तालाब मुरुम के अवैध खनन के चलते तालाब 15 से 20 फिट गहरा हो चुका है। तालाब हादसे की खदान बन चुका है। जिसमें अंदर जाने और बाहर आने का भी रास्ता नही है। मेड़ से ही सीधी खुदाई किए जाने के चलते तालाब में 15-20 फिट के गड्ढे हो चुके हैं। जहां बरसात में गंभीर हादसे हो सकते हैं।
धूल और मिट्टी से लोगों को हो रही परेशानी बताया जाता है कि लालपुर में चल रहे अवैध खनन के संबंध में सरपंच प्रतिनिधि द्वारा कम्पनी से अनुमति पत्र मांगने पर कम्पनी के कर्मचारियो ने कहा कि उनके पास की अनुमति नहीं है कहा और चुप्पी साध ली। कंपनी का तांडव यही नहीं रुका तालाब के अन्य किसानों की जमीनें भी खोद दी गई है। कंपनी के द्वारा जहां मन पड़ता है वहां सड़क बना दी जाती है। अवैध खनन के चलते लालपुर पंचायत के लोग बेहद परेशान हैं। धूल और मिट्टी के चलते लोगों का जीना मुहाल है।
विगत 2 साल पहले की कार्रवाई का पता नहीं मिली जानकारी के अनुसार विगत 2 सालों पहले इसी क्षेत्र लालपुर में यहीं अवैध मुरुम की लगातार खनन की जानकारी मिली थी जिस पर उस समय के तत्कालीन एसडीएम हेमंत मतस्यपाल और तहसीलदार प्रफुल्ल कुमार गुप्ता औचक निरीक्षण कर मौके पर अवैध मुरुम खनन करते जेसीबी को जब्त किया गया था। प्राप्त शिकायतों पर खनिज विभाग को कार्रवाई करने की सूचना भी दी गई थी। मौके पर पूर्व एसडीएम हेमंत मतस्यपाल साथ मे मौके पर दबिश दी थी। मौके पर जेसीबी 08-8181 से मुरुम खनन करते पाए जाने पर मौके से ही जब्त किया गया था और थाना गंडई की अभिरक्षा मे लगभग 1 माह तक रखवाया गया था। पता चला की जेसीबी गंडई निवासी की है। उस समय मुरुम खनन एवं परिवहन के संबंध मे अनुमति पत्र व रायल्टी पर्ची उसके पास नहीं थी। और प्रतिदिन 15 -16 ट्रिप मुरुम खुदाई कर परिवहन करते आ रहे थे। नायब तासीलदार प्रफुल्ल गुप्ता ने बताया कि 23 हजार घन मीटर का मामला बनाया गया था। तहसीलदार गुप्ता ने खास बात यह भी बताई की यह मामले का फाइन लगाया जाता तो लगभग करोड़ के आस-पास का फाइन होता।
फोन नहीं उठाया इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी हेमंत नायडू को उनके नंबर पर संपर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन रिसिव नहीं किया। प्रकरण तैयार किया जाएगा नायब तहसीलदार प्रफुल्ल कुमार गुप्ता ने कहा कि राजस्व निरीक्षण की टीम को प्रकरण तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। शीघ्र ही प्रकरण तैयार कर जिला कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।