सूखने लगे बोर, रुक-रुककर आ रहा हैंडपंपों में पानी
जिले में भूजल स्तर लगातार गिर रहा है। यही कारण है कि हैंडपंप और जल स्रोत लगातार दम तोड़ते जा रहे हैं। खासतौर से बकस्वाहा, बड़ामलहरा, गौरिहार, नौगांव व बिजावर ब्लॉक में हालत अभी से बेहद खराब है। यहां के गांव की स्थिति यह है कि यहां नल-जल योजना के अधिकांश बोर सूख चुके हैं। इसके चलते यहां पर नया बोर खनन करने की तैयारी है। इसी तरह कई स्थानों में नल-जल योजना के बोर से कम पानी आ रहा है। इसलिए इसे भी साफ करने की तैयारी ग्राम पंचायत द्वारा की जा रही है। अन्य कई गांवों में भी पानी की स्थिति खराब होती जा रही है।
विभाग अलर्ट, अभियान चलाकर सुधारेंगे हैंडपंप
पीएचई विभाग ने अभी से जल संकट की स्थिति को काबू में रखने कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। विभाग आगामी 15 जनवरी से 15 फरवरी तक हैंडपंप व नल-जल योजनाओं का विशेष संधारण अभियान चलाएगा। इसमें बंद हैंडपंपों को सुधार कर चालू किया जाएगा। जो हैंडपंप चालू हैं उनकी ग्रीसिंग और आवश्यक मरम्मत की जाएगी। असुधार योग्य हैंडपंपों को निकालकर बंद किया जाएगा। फूट या खराब राइजर पाइपों को बदला जाएगा, जल स्तर में गिरावट को देख कर राइजर पाइप बढ़ाए जाएंगे। इस अभियान के साथ-साथ ही योजनाओं का भौतिक सर्वेक्षण भी किया जाएगा।
ये रहे जिले के आंकड़े
हैंडपंपों की स्थिति
कुल हैंडपंप 10112
चालू हैंडपंप 9796
बंद हैंडपंप 416
सुधार योग्य 61
अन्य कारण से बंद 355
नल-जल की स्थिति
कुल योजनाएं 348
चालू योजनाएं 301
बंद योजनाएं 47
जल स्तर गिरने से बंद 15
स्थाई कनेक्शन नहीं 05
मोटर पंप खराब होने से 05
कई कारणों से बंद 17
नए प्रस्ताव 25
आगामी दिनों में जल संकट की स्थिति को देखते हुए विभाग पूरी तरह सतर्क है और जल संकट से निपटने के लिए अभी से जमीनी स्तर पर कार्य शुरू कर दिया है। साथ ही एक विशेष अभियान चलाकर हैंडपंपों और नल-जल योजनाओं के सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं नए बोर भी खनन किए जाएंगे।
एसके जैन, ईई पीएचई छतरपुर