इंडियन रेलवे नई दिल्ली की ओर से तीन ओलंपियन और पांच अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कल दोपहर महिला वर्ग के मैच में प्रदर्शन करेंगी। इस टीम के कोच और मैनेजर खुद ओलंपियन रही हैं और अर्जुन अवार्डी हैं। हॉकी की नर्सरी के नाम से देशभर में प्रसिद्ध राजनांदगांव में हॉकी को लेकर दर्शकों का जुनून सिर चढ़कर बोलता है।
यहां आकर अपने खेल के प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीतने वाली टीमों के खेल को देखने लोग यहां बड़ी संख्या में जुटते हैं। अब महिला वर्ग की हॉकी भी शुरू की गई है। पिछले साल प्रायोगिक तौर पर छह टीमें यहां आई थीं और इस बार १२ नामी टीमों को यहां बुलाया गया है। इनमें से एक और हॉकी सितारों से सजी टीम इंडियन रेलवे के खेल का प्रदर्शन कल दर्शकों को देखने मिलेगा।
इंडियन रेलवे की टीम में तीन ओलंपियन खेल रहे हैं। इनमें राजनांदगांव की रेणुका यादव के अलावा प्रीति दुबे और लालरू हथपेली हैं। इस टीम में पांच अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी लिलि चानू, पिंकी देवी, सानारिक चानू, रितूशा आर्या और पूनम बारू भी हैं। टीम की कोच और मैनेजर अर्जुन अवार्डी और ओलंपियन रह चुकीं टिंगूलेमा चानू और प्रीतम शिवाच हैं।
राजनांदगांव की धरती से हॉकी स्टिक पकड़कर खेल की शुरूआत करने वाली रेणुका यादव ने यहां से लेकर ओलंपिक तक अपना मुकाम बनाया है। ओलंपियन बनने के बाद रेणुका पहली बार राजनांदगांव के टूर्नामेंट में खेलेंगी।
सर्वेश्वरदास स्मृति हॉकी प्रतियोगिता के तहत महिला हॉकी खिलाडिय़ों को भी मैदान दिए जाने का मुद्दा पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था और इसके बाद यहां पिछले साल से महिला वर्ग की हॉकी प्रतियोगिता की शुरूआत की गई थी। दूसरे ही साल में दर्शकों को महिलाओं की बड़ी टीमों का मैच देखने मिल रहा है। पहली बार स्थानीय खिलाडिय़ों को भी मौका मिला।
किसी समय भारतीय महिला हॉकी टीम की कोच रह चुकीं और अब इंडियन रेलवे की कोच अर्जुन अवार्डी प्रीतम शिवाच का कहना है कि राजनांदगांव में हॉकी टूर्नामेंट का बेहतर तरीके से आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह तब और बेहतर होगा जब यहां से अच्छे खिलाड़ी बाहर निकलेंगे। उन्होंने कहा कि हॉकी को बढ़ावा नहीं मिलने के लिए शासन और प्रशासन को दोष नहीं दिया जा सकता, इसके लिए खिलाड़ी स्वयं जिम्मेदार होते हैं। शिवाच ने कहा कि हॉकी के दम पर नौकरी में लगे खिलाड़ी यदि अपना कुछ समय और धन नए खिलाडिय़ों पर खर्च करें तो नई प्रतिभाओं को सामने आने से कोई नहीं रोक सकता।