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ऐसा क्या हुआ कि अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में बनने वाली गैलेरी का पीडब्ल्यूडी ने रातोरात बदल दिया डिजाइन

locationराजनंदगांवPublished: Dec 07, 2017 11:16:42 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

दो हिस्सों में बन रही गैलेरी के पहले हिस्से में सीढिय़ां बन गई हैं लेकिन इसके बाद काम बेहद धीमा हो गया है।

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राजनांदगांव. अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में एक और गैलेरी का काम बेहद धीमी गति से चल रहा है। दो हिस्सों में बन रही गैलेरी के पहले हिस्से में सीढिय़ां बन गई हैं लेकिन इसके बाद काम बेहद धीमा हो गया है। गैलेरी की ड्राईंग भी पहले बनी गैलेरी से अलग है। इसे लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
गौरव पथ में अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम परिसर में एस्ट्रोटर्फ मैदान में दूसरी गैलेरी बनाने का काम पीडब्ल्यूडी विभाग एक करोड़ 88 लाख रूपए की लागत रायपुर की सुमित्रा कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी के माध्यम से करा रहा है।
यह काम बेहद धीमी गति से चल रहा है। पिछले करीब पखवाड़ेभर से तो काम में किसी तरह की प्रगति नहीं दिख रही है। यदि हाल रहा तो तय समय सीमा में यह काम पूरा हो पाएगा, इसमें संदेह है।

पीडब्ल्यूडी का नहीं नियंत्रण
पीडब्ल्यूडी का इस काम को करने वाले ठेकेदार पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं दिख रहा है। पहले तो ठेकेदार ने बिना बिजली कनेक्शन लिए काम करना शुरू कर दिया और सब कुछ जानकारी में होने के बाद भी अफसर शांत रहे।
पत्रिका में इस संबंध में खबर छपने के बाद ठेकेदार ने अपना बिजली कनेक्शन लिया। ढीले काम को लेकर भी किसी तरह का दबाव नहीं दिख रहा है। यहां यह लगातार देखने में आ रहा है कि इस काम के लिए पीडब्ल्यूडी की ओर से नियुक्त किए गए इंचार्ज अफसर मौके पर मौजूद ही नहीं रहते।
एस्ट्रोटर्फ मैदान के निर्माण के समय एक ओर गैलेरी बनाई गई थी। इस गैलेरी के नीचे की ओर कई कमरे बनाए गए थे। ऊपर की कॉलम के बाद आगे छज्जा निकला हुआ था। यह इस लिहाज से भी सही था कि बारिश के मौसम में इसकी दीवारों और नीचे ज्यादा नुकसान हो। इसी नक्शे को ध्यान में रखते हुए दूसरी ओर भी गैलेरी बननी चाहिए थी लेकिन दूसरी गैलेरी इस डिजाइन से नहीं बन रही है।
नई गैलेरी में छज्जे वाला हिस्सा गायब है। इस संबंध में इंचार्ज सब इंजीनियर दिनेश बड़ोनिया का कहना है कि नया नक्शा तैयार कर निर्माण कराया जा रहा है। हालांकि यह बात समझ से परे है कि जब पहले वाली गैलेरी के अनुसार न बनाकर नया नक्शा तैयार कर क्यों काम किया जा रहा है।
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