scriptमाओवादियों की मांद से आईटीबीपी ने खोजी 10 खिलाड़ी बेटियां | ITBP searches for 10-strong girls from Maoist den | Patrika News

माओवादियों की मांद से आईटीबीपी ने खोजी 10 खिलाड़ी बेटियां

locationराजनंदगांवPublished: Jul 13, 2018 12:30:28 pm

Submitted by:

Nakul Sinha

अच्छी खबर: राजनांदगांव के नामी स्कूलों ने ली पढ़ाई की जिम्मेदारी

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प्रतिभा… आईटीबीपी ने जंगल से प्रतिभाओं को खोज निकाला है।

राजनांदगांव/भिलाई. कोंडागांव जिले के जो गांव माओवादियों की वजह से पहचाने जाते हैं, अब राष्ट्रीयस्तर की खिलाडिय़ों के नाम से जाने जाएंगे। क्योंकि इन गांवों की 10 बेटियां बॉस्केटबॉल के इंडिया कोच से ट्रेनिंग लेने जा रही है। आईटीबीपी की 41 बटालियन ने इन बेटियों की खेल प्रतिभा को कुछ इस तरह निखारा कि उनका टैलेंट स्पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के राजनांदगांव सेेंटर की नजर में आया। अंडर 14 की यह सभी खिलाड़ी अब राजनांदगांव के नामी स्कूलों में अपनी पढ़ाई करेंगी और साई सेंटर में ट्रेनिंग लेंगी ताकि आने वाले समय में वे स्टेट से लेकर नेशनल तक बेहतर परफार्मेस दे पाएं।
२० छात्राओं का चयन कर दिया प्रशिक्षण
41 बटालियन के कमान अधिकारी बताते हैं कि साई सेंटर राजनांदगांव ने उनसे संपर्क कर वहां से प्रतिभावान खिलाडिय़ों को चुनकर भेजने कहा। तब उन्होंने जिले की अलग-अलग लोकेशन पर लगे कैंप ऑपरेटिंग बेस के जरिए आसपास के गांवों की अंडर 14 आयु वर्ग की लड़कियों को बुलाया गया। उन 70 लड़कियों में बेस्ट २० लड़कियों को चुना गया। जिसे दो महीने ही पहले राजनांदगांव में ट्रेङ्क्षनग के लिए भेजा था, वहां एक्सपर्ट ने 10 बेस्ट खिलाडिय़ों को चुना।
स्कूलों ने ली है जिम्मेदारी
स्पोट्र्स अॅथारिटी ऑफ इंडिया के राजनांदगांव सेंटर के इंचार्ज एवं बॉस्केटबॉल इंडिया टीम के कोच राजेश्वर राव ने बताया कि दो महीने पहले कैंप में आई कोंडगांव की बेटियों ने खेल में कमाल दिखाया। उनमें गजब की क्षमता है। अगर उन्हें ट्रेनिंग दी जाएगी तो वे बेहतर परफार्म करेंगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल उनका साई में प्रवेश हो पाना मुश्किल है। इसलिए युगांतर पब्लिक स्कूल और डीपीएस राजनांदगांव प्रबंधन से बात की तो वे जिम्मेदारी लेने तैयार हो गए। इसलिए इन आदिवासी बेटियों की पढ़ाई की जिम्मेदारी युगांतर स्कूल ने उठाई है। उन्होंने कहा कि कोंडागांव में आईटीबीपी नक्सलियों से लोहा लेते हुए आदिवासी बच्चों को खेल के जरिए उन्हें जिंदगी की नई राह दिखा रहे हैं।
इन बेटियों का हुआ चयन
खेल के लिए लाछंती नेताम, मानोती नेताम, रमशीला नेताम, पीलादेई दुग्गा, रुद्राणी कोर्राम, देविका पोयाम, रचना सोरी, रामोली नेताम, निर्मला नेताम, मदंती तमेर का चयन किया गया है।

कमाडेंट, 41 बटालियन आईटीबीपी. कोंडागांव सुरिन्दर खत्री ने कहा कि हमारी बटालियन की कोशिश है कि आदिवासी बच्चों को खेल से जोड़ें ताकि वे गलत रास्तों पर ना जाएं। अगर वे इस उम्र में खेल से जुड़ेंगे तो भविष्य में अपना बेहतर कॅरियर तलाश ही लेंगे पर भटकेंगे नहीं।
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