कांग्रेस के सत्तासीन होते ही गार्डन खत्म
ज्ञात हो कि उक्त बिजली तिराहे व दुर्गा मंदिर के सामने स्थित गार्डन का निर्माण तथा इंदिरा गार्डन की साज सज्जा पथ व झूले इत्यादि का कार्य लगभग दस वर्ष पूर्व भाजपा शासन काल में किया गया था। जिसके बाद निकाय में कांग्रेस सत्तासीन हुई और उसके बाद से ही उक्त गार्डनों को हासिए पर चढ़ा दिया गया। कुछ कर्मचारी इन बागीचों की देख-रेख में थे उन्हे गार्डन से हटाकर जनप्रतिनिधि अपने घरों के निजी कामों में उपयोग करते रहे हैं। वर्तमान में नगर गार्डनविहीन है।
ज्ञात हो कि उक्त बिजली तिराहे व दुर्गा मंदिर के सामने स्थित गार्डन का निर्माण तथा इंदिरा गार्डन की साज सज्जा पथ व झूले इत्यादि का कार्य लगभग दस वर्ष पूर्व भाजपा शासन काल में किया गया था। जिसके बाद निकाय में कांग्रेस सत्तासीन हुई और उसके बाद से ही उक्त गार्डनों को हासिए पर चढ़ा दिया गया। कुछ कर्मचारी इन बागीचों की देख-रेख में थे उन्हे गार्डन से हटाकर जनप्रतिनिधि अपने घरों के निजी कामों में उपयोग करते रहे हैं। वर्तमान में नगर गार्डनविहीन है।
३२ वर्ष पुराना वाटिका को बना दिया कुड़ा घर
गार्डन के नाम पर सबसे पहले व लगभग 32 वर्ष पुराने गार्डन जिसे ग्राम/नगर पंचायत भवन के पास नगर के गौरव व कांग्रेसी विधायक तथा गरीबों के मसीहा के नाम से प्रख्यात स्व.डॉ.एस जयराम अय्यर की स्मृति में 15 अगस्त 1987 को बनाया गया था। उक्त गार्डन का उद्घाटन अविभाजित मध्यप्रदेश के शालेय शिक्षा राज्य मंत्री हरीहर प्रसाद शर्मा के द्वारा किया गया था। उक्त जयराम वाटिका बीते दस वर्षों में कुड़ेघर के रूप में तब्दील हो गई है। आश्चर्य की बात यह है कि बीते दस वर्षों से निकाय में कांग्रेस सत्तासीन है ऐसे में जयराम वाटिका की उपेक्षा व उसके मूल स्वरूप को बर्बाद कर देना कांग्रेस पर ही प्रश्र चिन्ह लगाता है।
गार्डन के नाम पर सबसे पहले व लगभग 32 वर्ष पुराने गार्डन जिसे ग्राम/नगर पंचायत भवन के पास नगर के गौरव व कांग्रेसी विधायक तथा गरीबों के मसीहा के नाम से प्रख्यात स्व.डॉ.एस जयराम अय्यर की स्मृति में 15 अगस्त 1987 को बनाया गया था। उक्त गार्डन का उद्घाटन अविभाजित मध्यप्रदेश के शालेय शिक्षा राज्य मंत्री हरीहर प्रसाद शर्मा के द्वारा किया गया था। उक्त जयराम वाटिका बीते दस वर्षों में कुड़ेघर के रूप में तब्दील हो गई है। आश्चर्य की बात यह है कि बीते दस वर्षों से निकाय में कांग्रेस सत्तासीन है ऐसे में जयराम वाटिका की उपेक्षा व उसके मूल स्वरूप को बर्बाद कर देना कांग्रेस पर ही प्रश्र चिन्ह लगाता है।