उपभोक्ता पेट्रोल भराने के बाद अपने वाहन में हवा चेक कराना चाहता है, किंतु हवा भरने की मशीन हाथी के दांत साबित होते हैं। जिस प्रकार हाथी के बड़े दांत सिर्फ दिखाने के होते हैं उसी प्रकार प्राय: सभी पेट्रोल पंप में हवा भरने की मशीन सिर्फ दिखावे के लिए लगी होती है, हवा भरने के लिए कोई उक्त पेट्रोल पंप का कोई कर्मचारी आगे नहीं आता। उपभोक्ता द्वारा पुकारने पर कहते हैं, आदमी नहीं है।
कर्मचारी नहीं आया है, छुट्टी पर है, ऐसा कहकर टरकाते है
उपभोक्ता अपने वाहन में पेट्रोल भराने के बाद अपनी बाईक में हवा चेक कराना चाहता है, कम हो तो हवा भरवाना चाहता है, इसीलिए वह हवा भरने की मशीन के पास जाकर खड़ा हो जाता है और पंप के कर्मचारियों को आवाज लगाता है, किंतु वहां मौजूद कर्मचारियों के मुख से सिर्फ एक ही आवाज निकलती है, हवा नहीं भर पायेगा आदमी नहीं आया है, हवा भरने की मशीन खराब है वगैरह…वगैरह बहाना बनाते हुए उक्त उपभोक्ताओं को टरकाया जाता है। यही हाल पूरे राजनांदगांव शहर के पेट्रोल पंप का है।
उपभोक्ता अपने वाहन में पेट्रोल भराने के बाद अपनी बाईक में हवा चेक कराना चाहता है, कम हो तो हवा भरवाना चाहता है, इसीलिए वह हवा भरने की मशीन के पास जाकर खड़ा हो जाता है और पंप के कर्मचारियों को आवाज लगाता है, किंतु वहां मौजूद कर्मचारियों के मुख से सिर्फ एक ही आवाज निकलती है, हवा नहीं भर पायेगा आदमी नहीं आया है, हवा भरने की मशीन खराब है वगैरह…वगैरह बहाना बनाते हुए उक्त उपभोक्ताओं को टरकाया जाता है। यही हाल पूरे राजनांदगांव शहर के पेट्रोल पंप का है।
शासन-प्रशासन का नहीं है इस ओर ध्यान , उपभोक्ताओं को होती है परेशानी
उपभोक्ताओं को पेट्रोल पंप द्वारा वाटरकूलर, शौचालय, वाहनों में हवा चेक करने की सुविधा मिल रही है कि नहीं समय-समय पर इसकी जांच होनी चाहिए। किं तु इसके अभाव में पेट्रोल पंप मालिक व उसके कर्मचारियों द्वारा सिर्फ और सिर्फ पेट्रोल विक्रय करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, इसी बीच कोई उपभोक्ता हवा भराने के लिए हवा भरने की मशीन के पास पहुंच जाता है तो उसे सिर्फ निराशा ही हाथ लगती है, पंप के कर्मचारियों द्वारा रोज का एक ही डायलाग बोला जाता है, ‘अभी हवा भरने वाला कर्मचारी नहीं है, खाना खाने गया है, आज नहीं आया है या फिर मशीन खराब है।Ó पंप कर्मचारियों के इस रवैये से उपभोक्ता परेशान है।
उपभोक्ताओं को पेट्रोल पंप द्वारा वाटरकूलर, शौचालय, वाहनों में हवा चेक करने की सुविधा मिल रही है कि नहीं समय-समय पर इसकी जांच होनी चाहिए। किं तु इसके अभाव में पेट्रोल पंप मालिक व उसके कर्मचारियों द्वारा सिर्फ और सिर्फ पेट्रोल विक्रय करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, इसी बीच कोई उपभोक्ता हवा भराने के लिए हवा भरने की मशीन के पास पहुंच जाता है तो उसे सिर्फ निराशा ही हाथ लगती है, पंप के कर्मचारियों द्वारा रोज का एक ही डायलाग बोला जाता है, ‘अभी हवा भरने वाला कर्मचारी नहीं है, खाना खाने गया है, आज नहीं आया है या फिर मशीन खराब है।Ó पंप कर्मचारियों के इस रवैये से उपभोक्ता परेशान है।
सर्वसुविधायुक्त कहना महज दिखावा
पेट्रोल पंप मालिकों द्वारा पेट्रोल पंप की मान्यता लेने के लिए अपने पंप में लेट-बाथ, वाटरकूलर, अग्निशमन यंत्र , हवा भरने की मशीन वगैरह सभी कैटेगरी को पूर्ण कर लेते हैं, शासन द्वारा निरीक्षण के आए अधिकारी भी सभी सुविधाओं को देखते हुए मान्यता तो दे देते हैं, किंतु वो सारी सुविधाएं आम उपभोक्ताओं को नहीं मिल पाती है। जिसको देखने वाला कोई नहीं है। उपभोक्ताओं को पेट्रोल के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए दूसरे विकल्प की तलाश करनी पड़ती है।
पेट्रोल पंप मालिकों द्वारा पेट्रोल पंप की मान्यता लेने के लिए अपने पंप में लेट-बाथ, वाटरकूलर, अग्निशमन यंत्र , हवा भरने की मशीन वगैरह सभी कैटेगरी को पूर्ण कर लेते हैं, शासन द्वारा निरीक्षण के आए अधिकारी भी सभी सुविधाओं को देखते हुए मान्यता तो दे देते हैं, किंतु वो सारी सुविधाएं आम उपभोक्ताओं को नहीं मिल पाती है। जिसको देखने वाला कोई नहीं है। उपभोक्ताओं को पेट्रोल के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए दूसरे विकल्प की तलाश करनी पड़ती है।
एसडीएम राजनांदगांव अतुल विश्वकर्मा से चर्चा की गई, उन्होंने कहा कि तीन-चार महीने पहले शहर के अंदर व शहर से जुड़े पेट्रोल पंपों की जांच की गई थी, और उपभोक्ताओं को मिलने वाली सुविधाओं अनवरत मिलती रहे, ऐसी समझाईश भी दी थी। बहुत जल्द फिर से जांच करेंगे, कमी पाए जाने पर कार्रवाई होगी।