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दिव्यांग बच्चों को छोड़ आगे बढ़ गई थी ट्रेन, हंगामा मचने के बाद ट्रेन वापस लौटी

locationराजनंदगांवPublished: Dec 25, 2017 09:28:32 pm

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गुजरात के तीर्थ की यात्रा पर गए राजनांदगांव जिले के 41 दिव्यांग बच्चे

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दिव्यांग बच्चों को छोड़ आगे बढ़ गई थी ट्रेन, हंगामा मचने के बाद ट्रेन वापस लौटी

राजनांदगांव. मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना में दिव्यांग बच्चों को यात्रा कराने के मामले में रेलवे की लापरवाही सामने आई है। तीर्थ जाने रेलवे स्टेशन में बच्चे इंतजार करते रहे और ट्रेन उनके सामने से स्टेशन में बिना रूके गुजर गई। ट्रेन के गुजरने के बाद स्टेशन में मौजूद प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मच गया। तुरंत रेलवे के स्थानीय अमले को खबर की गई। आनन फानन में आगे सम्पर्क किया गया और ट्रेन यहां स्टेशन में वापस आई। बाद में बच्चों को ट्रेन में बिठाकर रवाना किया गया।

छत्तीसगढ़ सरकार ने तीर्थ यात्रा योजना के तहत राज्य भर के दिव्यांग बच्चों को तीर्थ पर भेजने के लिए आज की तारीख तय किया था। दिव्यांग बच्चों को गुजरात भेजने का कार्यक्रम बना था। बच्चे गुजरात के सोमनाथ, द्वारिका, नागेश्वर का दर्शन करते। राजनांदगांव से ४१ दिव्यांग बच्चे इसके लिए आज देर शाम रवाना हुए लेकिन इससे पहले रेलवे की लापरवाही खुलकर सामने आई।
बिना ट्रेन आगे बढ़ गई
तीर्थ यात्रा की स्पेशल ट्रेन का यहां आने का वक्त शाम के सवा पांच बजे का था। बच्चे अपरान्ह चार बजे से रेलवे स्टेशन पहुंच चुके थे। डिप्टी कलक्टर जीएस मरकाम सहित अफसर भी बच्चों को तीर्थ पर रवाना करने साढ़े 4 बजे से स्टेशन में थे। आखिरकार सवा पांच बजे आने वाली टे्रन 7 बजे के करीब यहां आई लेकिन राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में रूके बिना ट्रेन आगे बढ़ गई। ट्रेन के इंतजार में स्टेशन में मौजूद बच्चों और अफसरों में हड़कम्प की स्थिति बन गई। आनन फानन में रेलवे के अफसरों से संपर्क किया गया और रेलवे के अफसर हरकत में आए। कुछ देर बाद आगे बढ़ गई ट्रेन को रूकवाया गया और उसे वापस रेलवे स्टेशन लाया गया। इसके बाद करीब साढ़े 7 बजे बच्चों को ट्रेन में बिठाकर तीर्थ यात्रा पर रवाना किया गया।
कुल 41 बच्चे गए

राजनांदगांव जिले से तीर्थ यात्रा पर कुल 41 बच्चे गए हैं। इनमें 21 बालिकाएं और 20 बालक हैं। ये सभी बच्चे अभिलाषा मूक बधिर शाला के हैं। इन 41 बच्चों के साथ 41 सहयोगी और पंचायत एवं समाज कल्याण विभाग की ओर से 5 कर्मचारी-अधिकारी यात्रा पर गए हैं।

डिप्टी कलक्टर जीएस मरकाम ने बताया कि दिव्यांग बच्चों को तीर्थ यात्रा पर गुजरात भेजा गया है। ट्रेन विलंब से आई और यहां रूके बिना आगे बढ़ गई। बाद में ट्रेन को वापस बुलाकर बच्चों को इसमें भेजा गया।

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