जून महीना समाप्त हो चुका है। जुलाई के शुरुआती दिनों में मौसम विभाग ने अच्छी बारिश की उम्मीद जताई है। मौसम विभाग की माने तो २-३ जुलाई को मानसून प्रदेश में पूरी तरह सक्रिय होगा और सामान रूप से बारिश होने की उम्मीद है। अब तक बारिश खंड-खंड में हुई है। इस वजह से अब तक धान सहित अन्य फसलों की बुआई जिले में २-३ प्रतिशत हुई है।
कृषि विभाग से मिली जानकारी अनुसार इस साल खरीफ फसल की बुआई के लिए लक्ष्य बढ़ा दिया गया है। इस साल २९१ हजार हेक्टेयर का लक्ष्य मिला हुआ है। पिछले साल २८३ हजार हेक्टयर में खरीफ फसल के लिए बुआई का लक्ष्य मिला था। दो सालों से सूखे की मार झेल रहे किसान इस साल अच्छी खेती किसानी कर पिछले सालों में हुए नुकसान की भरपाई करना चाह रहे हैं।
तैयारी पूरी, कुछ जगहों में बुआई शुरू
सोसाइटी के माध्यम से खाद-बीज व नकद रूप से कर्ज लेकर किसान खेतों की सफाई भी कर चुके हैं। अब तक हुई बारिश के बाद कुछ जगहों में बुआई भी शुरू हो गई है। शनिवार को दोपहर व शाम को हुई से खेतों में जुताई बेहतर हो सकती है, किसानों की माने तो एक बार झमाझम बारिश होने के बाद छिड़काव पद्धति से बुआई करने वाले किसान तेजी से जुट जाएंगे। रोपाई के लिए नर्सरी में धान की पौध तैयार की जा चुकी है। कुछ ऐसे किसान हैं, जो खरीफ के मौसम में दलहनी फसल लेते हैं, तो कुछ सब्जी की खेती करते हैं।
सहकारी बैंक के सीईओ सुनील वर्मा ने बताया कि खरीफ फसल के लिए खाद-बीज के साथ किसानों को नकद राशि भी बांटी जा रही है। लक्ष्य के अनुरूप अभी राशि नहीं बंटी है। किसान अपनी सुविधा अनुसार राशि ले रहे हैं।