राजनांदगांव में छत्तीसगढ़ और अविभाजित मध्यप्रदेश का संभवत: सबसे बड़ा और सबसे पुराना हॉकी टूर्नामेंट अपने 77वें पड़ाव में जाकर मुश्किल में फंस गया है। 27 दिसंबर 2018 से लेकर छह जनवरी 2019 तक राजनांदगांव के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में 77वीं महंत राजा सर्वेश्वरदास स्मृति हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस स्पर्धा के साथ ही पिछले दो साल से द्वितीय रानी सूर्यमुखी देवी महिला हॉकी स्पर्धा की शुरूआत की गई थी। (Rajnandgaon news)
पुरूष हॉकी प्रतियोगिता में हर साल तकरीबन 21 से 22 लाख रूपए तक का खर्च होता है। इस प्रतियोगिता के लिए विजेता और उपविजेता टीम को पुरस्कार शहर के दो व्यवसायी देते हैं। इसके अलावा अन्य खर्च की व्यवस्था शासन स्तर पर होती है। स्टेडियम समिति से जुड़े सूत्रों के अनुसार खेल एवं युवक कल्याण विभाग से टूर्नामेंट के लिए 15 लाख रूपए का अनुदान मिलता है। इसके अलावा मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से 3 लाख रूपए और राजगामी न्यास संपदा से 5 लाख रूपए आता है। जानकारी के अनुसार ये सारी रकम टूर्नामेंट के शुरू होने से लेकर खत्म होने के बीच में ही मिल जाती है, लेकिन इस बार अब तक राशि नहीं मिली है।
हॉकी टूर्नामेंट में आने वाली टीमों के आने जाने के खर्च के अलावा यहां उनको दिए जाने वाले मानदेय में ही लगभग 10 लाख रूपए का खर्च हो जाता है। 77वें साल के आयोजन में पुरूष वर्ग में 19 टीमों ने हिस्सा लिया था। किसी टीम को 35 तो किसी टीम को 45 हजार रूपए तक का भुगतान किया गया। इसी तरह महिला वर्ग में 11 टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें से टीमों को 25 से 35 हजार रूपए तक के भुगतान किए गए।
अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता के आयोजन के लिए हॉकी इंडिया से पूर्व से ही शेड्यूल लेना पड़ता है। जानकारी के अनुसार जुलाई के महीने में हॉकी इंडिया को फीस जमा कर टूर्नामेंट के लिए समय लेना पड़ता है। इस बार अब तक ऐसा नहीं किया जा सका है। आयोजन से जुड़े लोगों का कहना है कि पिछले खर्च की राशि नहीं मिलने के चलते हॉकी इंडिया से बात नहीं की गई है। यही हाल रहा तो आने वाले साल में टूर्नामेंट मुश्किल में पड़ जाएगा।
एडीएम एसएन मोटवानी ने बताया कि राज्यस्तर पर कई बार पत्राचार किया गया है, लेकिन अब तक राशि नहीं मिली है। राशि के लिए लगातार प्रयास जारी है। मैनेजर स्टेडियम अशोक मेहरा ने बताया कि बीते साल खर्च हुई राशि नहीं मिलने पर आने वाले साल टूर्नामेंट का आयोजन करने में दिक्कत होगी। अध्यक्ष जिला हॉकी नीलमचंद बैद ने बताया कि हर साल समय पर हॉकी टूर्नामेंट की राशि मिल जाती है। टूर्नामेंट की राशि नहीं मिलने पर आने वाले साल में आयोजन को लेकर दिक्कत हो जाएगी। राशि के लिए कई बार प्रशासन से चर्चा की जा चुकी है और शासन को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन अब तक इस संबंध में कुछ नहीं हुआ है। (Rajnandgaon news)