scriptCG में कांग्रेस सरकार आते ही ऐसा क्या बदला कि देशभर में प्रतिष्ठित महंत राजा सर्वेश्वर दास हॉकी टूर्नामेंट डूब गया कर्ज में… | Patrika News

CG में कांग्रेस सरकार आते ही ऐसा क्या बदला कि देशभर में प्रतिष्ठित महंत राजा सर्वेश्वर दास हॉकी टूर्नामेंट डूब गया कर्ज में…

locationराजनंदगांवPublished: Aug 01, 2019 12:02:50 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

देशभर में ख्याति प्राप्त कर चुकी महंत राजा सर्वेश्वरदास स्मृति अखिल भारतीय हॉकी (Hockey) प्रतियोगिता के आने वाले साल के आयोजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। (Rajnandgaon news)

hockey tournament

CG में कांग्रेस सरकार आते ही ऐसा क्या बदला कि देशभर में प्रतिष्ठित महंत राजा सर्वेश्वर दास हॉकी टूर्नामेंट डूब गई कर्ज में…

अतुल श्रीवास्तव @राजनांदगांव. देशभर में ख्याति प्राप्त कर चुकी महंत राजा सर्वेश्वरदास स्मृति अखिल भारतीय हॉकी (Hockey)प्रतियोगिता के आने वाले साल के आयोजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दुर्भाग्यजनक स्थिति यह है कि राजनांदगांव के दानवीर राजा दिग्विजय दास द्वारा शुरू की गई और फिर बाद में कांग्रेस से जुड़े लोगों द्वारा आगे बढ़ाई गई। यह प्रतियोगिता राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बुरे दौर में है। (Rajnandgaon news)
खबर है कि टूर्नामेंट के चलने के दौरान शासन और अन्य जगहों से आने वाला अनुदान आ जाया करता था लेकिन इस बार छह महीने बीतने के बाद भी और आधा दर्जन से ज्यादा पत्र लिखने के बाद भी राशि नहीं मिली है। कुल मिलाकर पिछले साल दिसंबर अंत से लेकर इस साल जनवरी के पहले सप्ताह में हुआ टूर्नामेंट कर्जे में डूबा हुआ है।
की गई है महिला हॉकी प्रतियोगिता की शुरूआत
राजनांदगांव में छत्तीसगढ़ और अविभाजित मध्यप्रदेश का संभवत: सबसे बड़ा और सबसे पुराना हॉकी टूर्नामेंट अपने 77वें पड़ाव में जाकर मुश्किल में फंस गया है। 27 दिसंबर 2018 से लेकर छह जनवरी 2019 तक राजनांदगांव के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में 77वीं महंत राजा सर्वेश्वरदास स्मृति हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस स्पर्धा के साथ ही पिछले दो साल से द्वितीय रानी सूर्यमुखी देवी महिला हॉकी स्पर्धा की शुरूआत की गई थी। (Rajnandgaon news)
साढ़े छह लाख के कर्जे में पुरूष हॉकी
पुरूष हॉकी प्रतियोगिता में हर साल तकरीबन 21 से 22 लाख रूपए तक का खर्च होता है। इस प्रतियोगिता के लिए विजेता और उपविजेता टीम को पुरस्कार शहर के दो व्यवसायी देते हैं। इसके अलावा अन्य खर्च की व्यवस्था शासन स्तर पर होती है। स्टेडियम समिति से जुड़े सूत्रों के अनुसार खेल एवं युवक कल्याण विभाग से टूर्नामेंट के लिए 15 लाख रूपए का अनुदान मिलता है। इसके अलावा मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से 3 लाख रूपए और राजगामी न्यास संपदा से 5 लाख रूपए आता है। जानकारी के अनुसार ये सारी रकम टूर्नामेंट के शुरू होने से लेकर खत्म होने के बीच में ही मिल जाती है, लेकिन इस बार अब तक राशि नहीं मिली है।
Read more: छत्तीसगढ़ में पहली बार लोक कलाकारों के लिए जारी हुआ फतवा, बिफरे युवाओं ने कह दी ये बड़ी बात…

टीमों में ही 10 लाख से ज्यादा होते हैं खर्च
हॉकी टूर्नामेंट में आने वाली टीमों के आने जाने के खर्च के अलावा यहां उनको दिए जाने वाले मानदेय में ही लगभग 10 लाख रूपए का खर्च हो जाता है। 77वें साल के आयोजन में पुरूष वर्ग में 19 टीमों ने हिस्सा लिया था। किसी टीम को 35 तो किसी टीम को 45 हजार रूपए तक का भुगतान किया गया। इसी तरह महिला वर्ग में 11 टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें से टीमों को 25 से 35 हजार रूपए तक के भुगतान किए गए।
जुलाई में लेना पड़ता है हॉकी इंडिया से शेड्यूल
अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता के आयोजन के लिए हॉकी इंडिया से पूर्व से ही शेड्यूल लेना पड़ता है। जानकारी के अनुसार जुलाई के महीने में हॉकी इंडिया को फीस जमा कर टूर्नामेंट के लिए समय लेना पड़ता है। इस बार अब तक ऐसा नहीं किया जा सका है। आयोजन से जुड़े लोगों का कहना है कि पिछले खर्च की राशि नहीं मिलने के चलते हॉकी इंडिया से बात नहीं की गई है। यही हाल रहा तो आने वाले साल में टूर्नामेंट मुश्किल में पड़ जाएगा।
बीते दो साल से बरसों से चली आ रही हॉकी टूर्नामेंट की कड़ी में एक नई परंपरा जोड़ी गई। प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में महिलाओं को मौका देने के लिए रानी सूर्यमुखी देवी महिला हॉकी प्रतियोगिता भी शुरू कराई गई। इस बार महिला हॉकी का दूसरा साल था। महिला हॉकी की शुरूआत को लेकर राजगामी न्यास संपदा की ओर से कहा गया था कि इस टूर्नामेंट के लिए जितनी राशि कम पड़ेगी वह राजगामी की ओर से दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और यह टूर्नामेंट भी तकरीबन छह लाख रूपए के कर्ज में डूबी हुई है। इस टूर्नामेंट में लगभग 11 लाख रूपए खर्च हुए हैं।
शासन को लिखा है पत्र
एडीएम एसएन मोटवानी ने बताया कि राज्यस्तर पर कई बार पत्राचार किया गया है, लेकिन अब तक राशि नहीं मिली है। राशि के लिए लगातार प्रयास जारी है। मैनेजर स्टेडियम अशोक मेहरा ने बताया कि बीते साल खर्च हुई राशि नहीं मिलने पर आने वाले साल टूर्नामेंट का आयोजन करने में दिक्कत होगी। अध्यक्ष जिला हॉकी नीलमचंद बैद ने बताया कि हर साल समय पर हॉकी टूर्नामेंट की राशि मिल जाती है। टूर्नामेंट की राशि नहीं मिलने पर आने वाले साल में आयोजन को लेकर दिक्कत हो जाएगी। राशि के लिए कई बार प्रशासन से चर्चा की जा चुकी है और शासन को पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन अब तक इस संबंध में कुछ नहीं हुआ है। (Rajnandgaon news)
Chhattisgarh Rajnandgaon से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter और Instagram पर ..

ताज़ातरीन ख़बरों, LIVE अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो