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लाखों रूपए राजस्व देने वाला गांव जूझ रहा है मूलभूत समस्याओं से

locationराजनंदगांवPublished: Oct 20, 2019 09:37:11 pm

Submitted by:

Nakul Sinha

आश्रित ग्राम भरकाटोला में हर साल होती है पेयजल समस्या, गांव की गलियों में सीसी रोड तक नही

Millions of revenue-giving villages are struggling with basic problems

मायूसी… वर्षों से गांव की गलियों में सीसी रोड बनने बाट जोह रही है।

राजनांदगांव / ठेलकाडीह. ग्राम पंचायत सहसपुर दल्ली पंचायत के अंतर्गत आश्रित ग्राम भरकाटोला एक ऐसा गांव है जहां प्रशासन को प्रत्येक साल लाखों रूपए की राजस्व (रायल्टी) देता है। इस गांव से कुछ ही दूरी पर पत्थर खदान है। इस खदान से शासन को लाखों रूपए राजस्व प्राप्त होता है। लेकिन गांव का विकास एकदम धीमा है। जबकि प्रशासन को मिलने वाला रायल्टी की राशि इसी गांव व आसपास के करीब सात किमी के दायरे में बसे गांवों के विकास के लिए होता है। जिस प्रकार से कई सालों से भरकाटोला में पत्थर खदान संचालित हो रहा है, इससे गांव का विकास नाममात्र के बराबर है। जबकि लाखों रूपए की रायल्टी देने वाला गांव कुछ ही सालों में दूसरों पंचायत व गांवों के लिए उदाहरण प्रस्तुत होता। लेकिन शासन-प्रशासन ने गांव के विकास करने के लिए सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। फलस्वरूप गांव का विकास धीमा हो गया है। जबकि पत्थर खदान संचालक व भाजपा नेता का कहना है कि शासन को नियमत: लाखों रूपए राजस्व दिया जा चुका है।
संचालक ने कहा लाखों रूपए रायल्टी देते है
इधर पत्थर खदान संचालक ने कहा कि भरकाटोला पत्थर खदान संचालन के लिए प्रशासन को लाखों रूपए की राजस्व देते है। लेकिन प्रशासन पंचायत को रायल्टी की राशि भेजते है या नही ये मामूल नही है। इधर जिस प्रकार से गांव का विकास नही हो रहा है ऐसे में साफ तौर पर कहा जा सकता है कि प्रशासन द्वारा राजस्व रायल्टी की राशि पंचायत को नही दिया जा रहा होगा। फलस्वरूप गांव के मुख्य मार्ग में सीसी रोड सहित विभिन्न मूलभूत समस्याओं से जूझ रहा है।
हर साल होती है पेयजल समस्या
ग्राम पंचायत सहसपुर दल्ली के आश्रित ग्राम भरकाटोला में हर साल पेयजल की समस्या विकराल रूप ले लेती है। पंचायत स्तर पर जैसे तैसे पेयजल व निस्तारी की व्यवस्था की जाती है। पर वह भी पर्याप्त नहीं होता है। पिछले साल ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या को लेकर कलक्टर से भी शिकायत की थी। लेकिन समस्या जस की तस है। कुछ ग्रामीणों का कहना है यह समस्या कुछ सालों में ज्यादा बढ़ गई है। इसका प्रमुख कारण गांव से लगे पत्थर खदान को मानते है। क्योंकि पत्थर खदान की गहराई अधिक होने के कारण जलस्तर नीचे चला गया है। फलस्वरूप गांव में पेयजल की समस्या बरकरार है।
फूटी कौड़ी नहीं दिया पंचायत को
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सहसपुर दल्ली को पिछले पांच सालों में राजस्व रायल्टी नही मिला है। जिसके कारण गांव का विकास नहीं हो पाया। जबकि रायल्टी वाले क्षेत्र होने के चलते गांव में गौठन समतलीकरण, खेल मैदान, मुरमीकरण, गलियों में सीसी रोड का अभाव है। मतलब साफ है पंचायत को प्रशासन द्वारा रायल्टी के नाम पर फूटी कौड़ी नही दिया गया है।

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