बाद में इस गाड़ी को गुपचुप तरीके से ले जाया गया था। अब फिर चुनाव के ठीक पहले ग्रामीण क्षेत्र के वोटरों को लुभाने के लिए सरकार दांव खेल रही है। जिले के लिए दो नई गाडिय़ां भेजी गईं हैं। ये गाड़ी डोंगरगढ़ व राजनांदगांव क्षेत्र के गांवों में पहुंचकर लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएगी।
करना था 61 गांवों को कवर
पिछली बार भी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए दो मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन मिला था। एक गाड़ी को डोंगरगढ़, खैरागढ़, छुईखदान, छुरिया और दूसरे को अंबागढ़ चौकी, मानपुर मोहला व वनांचल क्षेत्र दूर-दराज के लिए तैनात किया गया था।
इन गाडिय़ों को कुल 61 गांवों को कवर करना था। मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन में चिकित्सा अधिकारी, एक नर्स, लैब टेक्निशियन, फार्मासिस्ट और वाहन चालक मौजूद रहते हैं। ये लोग गांवों में जाकर सेवा देंगे।
मोबाइल मेडिकल यूनिट में लोगों को जांच के बाद परामर्श और दवाई दी जाती है। इसके अलावा बड़ी समस्या या बीमारी का चिन्हांकन कर रेफर किया जाता है। इसके अलावा प्रसव पूर्व एवं उपरांत जांच सहित इस दौरान की सावधानी व खानपान की जानकारी। मलेरिया टाइफाइड व वायरल जांच, टीकाकरण, टीवी कुष्ठ रोग संबधित जानकारी व दवाइयों का वितरण की सुविधा मौजूद रहती है।
पत्रिका ने किया खुलासा
कंडम हो रही गाडिय़ों व इसमें चलने वाले पायलेेट सहित अन्य कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं होने के मामले को पत्रिका नेे 7 दिसम्बर 2016 के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद विभाग हरकत में आया और वाहनों को यहां से ले गए। सीएमएचओ डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि दो गाडिय़ां नई मिली है, जो डोंगरगढ़ व राजनांगांव ब्लाक के गांवों को कवर करेगी। कुछ साल पहले ग्रामीण क्षेत्र के लिए इस तरह की गाड़ी भेजी गई थी, वो गाडिय़ां खराब हो गईं।